International Condom Day 2024: हर साल 13 फरवरी को अंतर्राष्ट्रीय कंडोम दिवस मनाया जाता है. इस दिन आमजन को जिम्मेदार और सुरक्षित यौन व्यवहार के प्रति जागरूक किया जाता है. दरअसल कंडोम न सिर्फ जन्म नियंत्रण के लिए, बल्कि सुरक्षित यौन संबंध बनाने के लिए भी काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. वहीं कंडोम का इस्तेमाल अनपेक्षित गर्भावस्था और यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई) की रोकथाम के लिए भी किया जाता है. इसी संदेश को दुनियाभर में ज्यादा से ज्यादा फैलाने के लिए हर साल वेलेंटाइन डे से ठीक एक दिन पहले अंतर्राष्ट्रीय कंडोम दिवस मनाया जाता है.
जानकार बताते हैं कि, सेक्स के दौरान लेटेक्स या पॉलीयुरेथेन कंडोम का इस्तेमाल संक्रमण या एसटीडी के जोखिम को काफी हद तक कम करने में सहायक रहता है. हाल ही में जारी राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (National AIDS Control Organization) के आंकड़ों के मुताबिक, असुरक्षित यौन संपर्क के चलते पिछले दस वर्षों में देश में तकरीबन 17 लाख से अधिक लोग एचआईवी संक्रमण से पीड़ित हुए हैं.
चलिए अब अंतर्राष्ट्रीय कंडोम दिवस के इतिहास को जानें...
जैसा की पहले बताया गया है कि, अंतर्राष्ट्रीय कंडोम दिवस हर साल 13 फरवरी को मनाया जाता है, जिसे साल 2009 में एड्स हेल्थकेयर फाउंडेशन (एएचएफ) ने सुरक्षित यौन प्रथाओं को बढ़ावा देने और एचआईवी या एड्स और यौन संचारित रोगों (एसटीडी) जैसे एसटीआई को रोकने में कंडोम के उपयोग के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए शुरू किया था.
क्या है इस खास दिन का महत्व...
चूंकि लगातार और सही तरीके से उपयोग किए जाने पर एसटीआई और एसटीडी के संचरण को रोकने के लिए कंडोम सबसे प्रभावी तरीकों में से एक है, इसलिए यौन स्वास्थ्य शिक्षा की वकालत करने, कंडोम तक पहुंच को बढ़ावा देने और कंडोम के उपयोग से जुड़े कलंक को कम करने के उद्देश्य से हर साल अंतर्राष्ट्रीय कंडोम दिवस मनाया जाता है. यह दिन व्यक्तियों के बीच सुरक्षित यौन संबंध बनाकर और समुदायों के बीच सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण के रूप में कंडोम के उपयोग को बढ़ावा देकर यौन स्वास्थ्य के महत्व पर प्रकाश डालता है.
क्या है इसका उद्देश्य...
अंतर्राष्ट्रीय कंडोम दिवस का उद्देश्य व्यक्तियों को अपने यौन स्वास्थ्य के बारे में सूचित विकल्प चुनने के लिए सशक्त बनाना, सुरक्षित यौन प्रथाओं के बारे में खुले संचार को बढ़ावा देना और जागरूकता अभियानों, शैक्षिक कार्यक्रमों और वितरण पहलों के माध्यम से एसटीआई और एसटीडी के प्रसार से निपटने में वैश्विक प्रयासों में योगदान करना है.
Source : News Nation Bureau