हर मां बाप की जिम्मेदारी होती है अपने बच्चे को अच्छी परवरिश दें उसे अच्छी बातें सीखाएं. हालांकि बच्चे सही गलत का भेद नहीं बता सकते. ऐसे माता-पिता की जिम्मेदारी होती है कि उन्हें उनकी गलती पर किस तरह से ट्रीट किया जाए. लेकिन आज कल की बिजी लाइफस्टाइल के चलते पेरेंट्स अपने बच्चों पर भी ज्यादा गुस्सा कर जाते हैं. उनकी कोई गलती पर जिसे उन्हें समझना चाहिए उस पर भी वो डांट या हाथ उठा देते हैं. लेकिन आपको यह समझना चाहिए कि आप उन्हें सजा दे रहे है या उन्हें डांट रहे हैं. ऐसी ही कुछ बातों के चलते बच्चे आपसे धीरे धीरे काटने लगते हैं और शांत हो जाते हैं. ऐसी ही कुछ बातें आइये जानते हैं जिसके चलते आप अपने बच्चों का हाल पता लगा सकते हैं.
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बच्चे को मारकर नहीं, समझाने से बनेगी बात
बच्चों को किसी भी तरह से मारपीट नहीं करनी चाहिए, ना ही उन्हें इतना डांटा जाए कि वो मानसिक दबाव में खुद को घुटा हुआ महसूस करने लगे. ध्यान रहे कि चाहे बच्चा बड़ा हो या छोटा उसपर हाथ नहीं उठाना चाहिए. क्योंकि बच्चे इससे ज़िद्दी हो जाते हैं. उनकी गलती पर उन्हें प्यार से बैठा कर समझाएं. उन्हें सही और गलत का भेद बताएं.
बच्चों के साथ ना करें दोहरा व्यवहार
बच्चे के साथ कभी भी ऐसा व्यवहार ना करें कि एक पल में उसे बहुत ज्यादा गुस्सा और दूसरे पल में प्यार दिखाएं. इससे आपका बच्चा आपकी बता नहीं मानेगा। इससे अच्छा है कि आप किसी भी सिचुएशन में ये समझाएं कि उसे किस तरह का बिहेव करना है.
स्ट्रिक्ट रूल ना बनाएं
बच्चे के साथ ज्यादा सख्त रुख अपनाने से उनके दिलो-दिमाग पर असर पड़ता है. बच्चे को कम शब्दों में अपनी बात को अच्छी तरह समझाएं. उनके लिए कोई कड़े नियम न बनाएं. बल्कि उनके साथ एक दोस्त की तरह पेश आएं. लेकिन ध्यान रहे उनकी बड़ी गलती पर आपको स्ट्रिक्ट होकर समझाना पड़ेगा.
बच्चों के न करें ज़बरदस्ती
बच्चों के सतह ज़बरदस्ती न करें. चाहे वो घूमने में हो या खाने में. या किसी भी चीज़ में. उनके साथ ज़बरदस्ती करना गलत होता है. उनके साथ कदम से कदम मिला कर चलें. उनको प्यार से कोई भी बात समझायें. उनके साथ ऐसा भी रिश्ता बनाएं कि वो कोई भी बात आपको बता पाएं.
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Source : News Nation Bureau