सर्दियाँ आ चुकी हैं और जल्द ही सर्द हवाएं भी चलने लगेंगी इन सब के साथ सर्दी ज़ुखाम बुखार भी आएगा. हालांकि बड़े इस मौसम में सर्दी, बुखार थोड़ा बहुत झेल सकते हैं, दवाइयां खाकर या फिर डॉक्टर के पास जाकर लेकिन छोटे बच्चों को न तो इतनी ज्यादा दवाईयां खिलाई जाती है न ही उन्हें कोई भी जड़ी बूटी इतनी दें सकते हैं. इसलिए इस मौसम में बच्चों को ठंड लगने से बचाना बहुत जरूरी है वरना उनकी तबियत बिगड़ सकती है. अगर आपका भी बच्चा अभी छोटा है, तो उसे ठंड के मौसम में गर्म रखना आपकी जिम्मेदारी है. यहां आज हम आपको बता रहे हैं कि कैसे अपने छोटे बच्चों को कंबल या चादर और भारी स्वेटर से लादे बिना उसे गर्म रख सकते हैं. बच्चों को अक्सर भारी कपड़े स्वेटर से दिक्क्त होती है इसलिए यहाँ पर कुछ बातों का ध्यान रखें और अपने शिशु को गर्म रखें.
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2 साल से छोटे बच्चों का शरीर अपनी बॉडी के टेंपरेचर को रेगुलेट करने लायक नहीं होता है. ऐसे में आपने देखा होगा कि थोड़ा सा खेलने के बाद ही बच्चों के हाथ पैर ठंडे पड़ जाते हैं. बच्चों को रात में ढक कर तो रखना चाहिए, लेकिन उनके कंफर्ट का भी ध्यान रखना चाहिए. क्योंकि अगर उन्हें बहुत सारे कपड़ों से लाद दिया जाए तो सडन इन्फेंट डेथ सिंड्रोम (SIDS) का भी डर बना रहता है.
सबसे पहले तो आपको अपने कमरे का टेंपरेचर नार्मल करना चाहिए. बच्चों को हल्के गर्म कपड़े पहनाने चाहिए. बच्चों के कमरे का तापमान 20 डिग्री सेल्सियस तक होना चाहिए. हो सके तो बच्चों को पैरों को ढंकने वाले स्लिप सूट पहना कर सुलाएं, इससे बच्चों को रहत मिलती है.
अगर आपके बच्चों का कमरा बहुत ज्यादा ठंडा रहता है तो आप उन्हें अंदर वेस्ट पहना सकते हैं. कोई भी कपड़े पहनाने से पहले उन्हें बेबी लोशन लगाना ना भूलें, जिसमें बटर ज्यादा हो
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अपने कमरे की खिड़कियां बंद रखें लेकिन इस बात का भी ध्यान रखें कि बच्चे के कमरे में वेंटिलेशन मौजूद हो. ताकि थोड़ी फ्रेश हवा अंदर आ सके.
रूम हीटर अगर आपके पास है तो आप अपने सामने रूम में चलाये और रूम गरम कर दें ध्यान रहे रूम बच्चें के लिए गर्म करना है इसलिए ज्यादा गर्म नहीं होना चाहिए. फिर जब रूम का टेम्परेचर नार्मल हो जाये तब हीटर को बंद करके बाहर ही रख दें.
अगर अपने कमरे के तापमान को देखते हुए आपको लगता है कि वन पीस सूट में बच्चे पूरी तरह से गर्म नहीं रह पाएंगे, तो आप उन्हें हल्का सॉफ्ट ब्लैंकेट भी ओढ़ा सकते हैं.
जहां बच्चे सो रहे हों, वहां नीचे कॉटन की चादर और ऊपर से एक हल्का ब्लैंकेट उन्हें गर्म महसूस कराने में मदद करेगा. ज्यादा ठंड में आप 1 और ब्लैंकेट की लेयर डाल कर देख सकते हैं कि कहीं आपका बच्चा भारी पन तो महसूस नहीं कर रहा.
सोते वक्त यह ध्यान रखें कि बच्चों के सिर को ना ढंकें. इससे उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो सकती है.
थोड़ी-थोड़ी देर में यह चेक करते रहें कि कहीं आपका बच्चे को पसीना तो नहीं आ रहा. अगर पसीना आ रहा हो तो एक्स्ट्रा लेयर चादर कंबल हटा दें.
बाहर ले जाते समय बच्चों को गर्म टोपी पहनाएं, हाथ और पैरों को मिटन और मोजे से ढंककर रखें. बच्चें गीले ना हों, क्योंकि ऐसा होने से उन्हें ठंड ज्यादा लग सकती है.
बच्चों को ठण्ड से बचाने के लिए जैकेट, कैप, सॉक्स, बूटीज बच्चों को गर्म रखने में मदद कर सकते हैं. इनका चुनाव बच्चों के कंफर्ट को ध्यान में रखकर करें. आप बेबी मॉइस्चराइज़र का यूज़ भी कर सकते हैं.