Nasya Therapy: नींद, सिरदर्द, तनाव समेत कई बीमारियों से राहत देता नस्य थेरेपी, जानें कैसे करें

नस्य थेरेपी में गाय के घी की 2 बूंदों को सुबह या रात में नथुने में डालने से आपको अच्छी नींद आती है, सिरदर्द (तनाव, माइग्रेन आदि के कारण) से राहत मिलती है.

author-image
Amita Kumari
New Update
Nasya therapy

Nasya therapy benefits( Photo Credit : सोशल मीडिया)

Advertisment

नस्य थेरेपी सभी सुप्राक्लेविक्युलर (कंधों के ऊपर) विकारों के लिए सबसे अच्छा आयुर्वेदिक उपचार है. नस्य थेरेपी आयुर्वेद की शुद्धिकरण प्रक्रियाओं में से एक है. आयुर्वेद में कहा गया है 'नासा ही शिरसो द्वारं' अर्थात नाक मस्तिष्क का प्रवेश द्वार है. यह सिर, मुंह, दांत, कान, नाक, आंख और संपूर्ण स्वास्थ्य से संबंधित सभी विकारों में मदद करता है. गाय के घी की 2 बूंदों को सुबह या रात में नथुने में डालने से आपको अच्छी नींद आती है, सिरदर्द (तनाव, माइग्रेन आदि के कारण) से राहत मिलती है. इससे आपकी प्रतिरक्षा में सुधार होता है, एलर्जी कम होती है. 

इसके साथ ही, शुद्धिकरण प्रक्रिया नस्य थेरेपी से याददाश्त में सुधार होता है, मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है (आपको अधिक स्पष्टता मिलती है). यह बालों के झड़ने और भूरे बालों में मदद करता है. नस्य तनाव से राहत और एकाग्रता में सुधार करता है और समग्र स्वास्थ्य में मदद करता है क्योंकि यह आपके मस्तिष्क को पोषण देता है जो सभी तंत्रिका कार्यों का ख्याल रखता है.

नस्य ऑटो-इम्यून डिसऑर्डर में भी बहुत मदद करता है. विशेषज्ञ के मुताबिक ऑटो इम्यून थायरॉयड, रुमेटीइड गठिया, मल्टीपल स्केलेरोसिस आदि के रोगियों ने नियमित नस्य के अद्भुत लाभों का अनुभव करते है. अनु तैला एक ऐसा आयुर्वेदिक तेल है जिसे हर कोई गाय के घी के अलावा नियमित नस्य के लिए इस्तेमाल कर सकता है. लेकिन, ऐसा करने से पहले हमेशा डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

 
 
 
 
 
View this post on Instagram
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

A post shared by Dr Dixa Bhavsar Savaliya (@drdixa_healingsouls)

यदि आपको हमेशा तनावग्रस्त महसूस करते हैं (मानसिक रूप से आराम करना मुश्किल है), बार-बार सिरदर्द होता है, शरीर में अत्यधिक गर्मी होती है, दिमाग से काम करने के लिए संघर्ष करना पड़ता है, बालों की समस्या होती है, सुस्त दृष्टि, सुस्त सुनवाई, अनिद्रा या नींद ठीक से नहीं आती है तो, रात को सोते समय रुई, ड्रॉपर या अपनी छोटी उंगली की मदद से दोनों नथुनों में गाय के घी की सिर्फ 2 बूंदें डालें (घी तरल रूप में, गुनगुना गर्म होना चाहिए).

आयुर्वेद के अनुसार यह आपकी बीमारी को दूर करेगा और आपको शारीरिक और मानसिक रूप से आराम देगा. एक्सपर्ट के मुताबिक अगर कोई पित्त प्रधान हैं और गर्मियों के दौरान अक्सर (लगभग हर रोज) सिरदर्द होता है. तो रात में गाय के घी की नस्य करे. सोने से पहले दोनों नथुनों में 2 बूंद डालें. यह प्रक्रिया जादू की तरह काम करेगी. सुबह उठने के बाद दिमाग पूरी तरह शांत हो जाता है. अच्छी नींद आती है और सिरदर्द भी नहीं होता. ऐसे में नस्य थेरेपी उन लोगों के लिए उपयोगी है जो नींद न आने की समस्या या रोज सिरदर्द से परेशान होते है. 

news-nation Lifestyle News stress headache sleeping disorder News nation lifestyle news Nasya therapy Nasya लाइफस्टाइल न्यूज इन हिंदी Nasya therapy benefits
Advertisment
Advertisment
Advertisment