दोस्ती आम है लेकिन ऐ दोस्त... दोस्त मिलता है बड़ी मुश्किल से! आज हफ़ीज़ होशियारपुरी का दोस्ती पर कहा ये शेर दरअसल इसलिए याद आया, क्योंकि आज मौका है National Best Friend Day 2023 का. अक्सर दोस्ती को लेकर कई मिसाले पेश की जाती हैं, कहा ये भी जाता है कि दोस्ती का रिश्ता खून के रिश्तों से बढ़कर होता है. यानि पहले दोस्त और फिर परिवार. हर खुशी-हर गम का साथी, हमारे जीवन की असली पूंजी होते हैं हमारे दोस्त... इसलिए जिंदगी में दोस्त होना बेहद ही जरूरी है. हालांकि ये रिश्ता किसी भी फायदे या नुकसान से कहीं ज्यादा बढ़कर होता है, मगर फिर भी क्या आपको मालूम है कि एक कोरे कागज़ नुमा आपकी जिंदगी में दोस्ती का हर एक लम्हा तमाम तरह के शारीरिक और मानसिक लाभ पहुंचाने में कारगर है... चलिए आज जानते हैं कैसे...
पहले जान लें... क्यों मनाया जाता है नेशनल बेस्ट फ्रेंड डे
प्रथम बार, साल 8 जून 1935 को नेशनल बेस्ट फ्रेंड डे मनाया गया था. 8 जून की तारीक को इस दिवस के तौर पर मनाने की शुरुआत यूएसए से हुई थी, जिसके बाद से लगातार इस दिवस को मनाया जा रहा है. इस खास दिन को मनाने का उद्देश्य अपने खास दोस्त के प्रति आभार व्यक्त करना है. धीरे-धीरे बीतते वक्त के साथ अमेरिका के बाद अन्य देशों में भी इस दिवस को मनाया जाने लगा.
अब जानते हैं... क्यों जरूरी है सच्चे दोस्त
- सेल्फ रेस्पेक्ट बूस्ट- हमें जरूरत है एक ऐसे व्यक्ति कि जो हमें अहमियत दे. मसलन हमारी राय, हमारे विचार, हमारी कंपनी उसके लिए इम्पोर्टेन्ट हो. और ये सारे गुण पाए जाते हैं एक अच्छे मित्र में, एक ऐसा मित्र जो हमें महसूस कराता है कि हम जरूरी हैं, जिससे हमारे सेल्फ रेस्पेक्ट को बूस्ट मिलता है.
- ईमानदारी- इस आडंबरों की दुनिया में एक ईमानदार दोस्त, बेहद जरूरी है. क्यों?... क्योंकि वो हमें बताएंगे हमारे लिए क्या सही है और क्या गलत. बेवजह की लगी-लिपटी बातों में हमारा समय बर्बाद नहीं करेंगे, बल्कि जो सत्य है उसे मुंह पर कहेंगे और झूठा प्रोत्साहन नहीं, बल्कि हमें हकीकत से रूबरू कराएंगे.
- इमोशनल सपोर्ट- जब कभी आप अपने जीवन में लो फील करें, तो अपने दोस्त से जरूर बात करें, वो दोस्त जो आपको कभी निराश नहीं होने देगा. चाहे स्थिति कैसी भी हो, वो हर संभव प्रयास करेंगा कि आप लाइफ के इस उतार-चढ़ाव को पार कर लें और आगे निकलें, हमारे मित्र का ये इमोशनल सपोर्ट हमें तमाम तरह की परेशानियों से लड़ने की हिम्मत देता है.
Source : News Nation Bureau