जब बात आती है स्वास्थ्यवर्धक खान-पान की तो सारी पैथियां एक साथ में फलों के बारे में एक राय रखती हैं. फल हर प्रकार से हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं. इन फलों में पपीता बहुत खास होता है. कुछ लोगों को इसका स्वाद पसंद नहीं होता लेकिन जब आपको इसके लाभ पता चलेंगे तो आप इसे रोज खाने लगेंगे. प्राचीन काल की पैथी यानी आयुर्वेद, नैचरोपैथी से लेकर आधुनिक डायटिशियन तक पपीते को बहुत लाभदायी मानते हैं. लगभग हर मौसम में और हर घर में मिलने वाला पपीता एक बेहतरीन फल है. अगर आपने कभी फ्रूट चाट खाई है तो उसमें पपीते को भी जरूर शामिल किया गया होगा.
पोषण से भरपूर पपीता कई बीमारियों से दूर रखने में कारगर है. पाचन या भूख न लगने की समस्या से जूझ रहे लोगों को तो हर कोई पपीता खाने की सलाह देता है. पपीता पका हो या कच्चा, इसके अनेक फायदे हैं, लेकिन कई बार इसकी अधिकता नुकसानदेह भी सकती है. पपीता एक ऐसा फल है, जो पोषण से भरपूर तो है ही, इसमें बहुत से औषधीय गुण भी हैं. इन गुणों के कारण इसकी अपनी खास पहचान है. कमाल की बात ये है कि चाहे कच्चा पपीता हो या पका हुआ, दोनों ही स्वास्थ्य की दृष्टि से फायदेमंद है. पपीते में विटामिन ए, विटामिन सी, नियासिन, मैग्नीशियम, कैरोटीन, फाइबर, फोलेट, पोटैशियम, कॉपर, कैल्शियम और कई तरह के एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं. पपीते में कुछ मात्रा में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट भी होते हैं. एक छोटे पपीते में लगभग 60 कैलोरी होती है.
आइए जानते हैं पपीते के हमारे स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव होते हैं. सबसे पहले पपीता दिल को दुरुस्त रखता है. पपीता विटामिन सी , एंटीऑक्सिडेंट्स व फाइबर से भरपूर होता है. इसमें मौजूद फाइबर कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में बेहद कारगर साबित होते हैं. पपीते का दूसरा सबसे बड़ा फायदा है कि यह वजन को नियंत्रित रखता है.
यदि वजन कम करना चाहते हैं, तो एक मध्यम आकार के पपीते का सेवन फायदेमंद है. इसमें 120 कैलोरी होती है. साथ ही विटामिन सी, फोलेट और पोटैशियम आदि पाए जाते हैं. इसमें पाया जाने वाला पपेन एंजाइम पाचन में सहायता कर आपका काम और आसान कर देता है. पपीते में कोलेस्ट्रॉल और वसा न के बराबर पाया जाता है, जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है.
पपीता इम्यूनिटी को भी मजबूत करता है. पपीते के सेवन से शरीर को कई जरूरी तत्वों की पूर्ति हो जाती है. शरीर को विटामिन सी भी भरपूर मात्रा में मिलता है, जो सफेद कोशिकाओं के निर्माण में सहायक साबित होता है. इसमें उपस्थित एंटीऑक्सिडेंट, प्रोटीन, विटामिन ए और ई हमारे प्रतिरक्षा तंत्र की मजबूती के लिए आवश्यक हैं. इससे कई बीमारियां दूर रहती हैं. अगर लंबे बीमारी के कारण या पौष्टिकता की कमी के वजह से कमजोरी महसूस हो रही है तो पपीता का इस तरह से सेवन करने पर लाभ मिलता है. पपीता के कच्चे फलों का साग बनाकर सेवन करने से अग्निमांद्य (Dyspepsia) तथा कमजोरी में लाभ होता है.