पीसीओएस या पीसीओडी (PCOS/PCOD) यानि कि पॉली सिस्टिक ओवरी सिंड्रोम या पॉली सिस्टिक ओवरी डिसऑर्डर आजकल कॉमल प्रॉब्लम बनती जा रही है. यह समस्या हार्मोन से जुड़ी है. हालांकि, पहले यह समस्या अमूमन 35 से 40 की उम्र के महिलाओं में देखी जाती थी. लेकिन, अब खराब लाइफस्टाइल और खाम-पान के कारण ये समस्या कम उम्र की लड़कियों में भी देखने को मिल रही है. आमतौर पर इस समस्या से निपटने के लिए डॉक्टर दवा और लाइफस्टाइल को ठीक करने की सलाह देते हैं.
पॉली सिस्टिक ओवरी डिसऑर्डर (PCOD) से निजात पाने के लिए की बार डॉक्टर हार्मोनल और एंटी-डायबिटिक गोलियां भी देते हैं. लेकिन, आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. दीक्षा भावसार कहती हैं कि 'यदि आप या आपका कोई जानने वाला पीसीओएस से पीड़ित है और आपके गाइनी द्वारा आपके इंसुलिन को नियंत्रण में रखने के लिए हार्मोनल और एंटी-डायबिटिक गोलियां लेने का सुझाव दिया गया है, तो मैं आपको इन 5 गारंटी वाली आयुर्वेदिक उपायों को पालन करने का सुझाव दूंगी जो आपकी स्थिति को ठीक करने में आपकी मदद कर सकते हैं.
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पॉली सिस्टिक ओवरी डिसऑर्डर (PCOD) को ठीक करने के उपाय:-
-रोजाना 1 लीटर गुनगुना पानी पिएं (आप इसे कभी भी ले सकते हैं- जरूरी नहीं कि सुबह ही हो).
- 20 मिनट ध्यान में और 25 मिनट श्वास-क्रिया और व्यायाम में निकालें.
- सफेद चीनी, प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड और हर चीज से बचें जो आपको फूला हुआ महसूस कराती है.
-अपनी नींद की गुणवत्ता में सुधार करें.
- इस आयुर्वेदिक मिश्रण (डाय-केयर) का 1 चम्मच रोजाना खाली पेट गर्म पानी के साथ हार्मोनल और एंटी-डायबिटिक गोलियों का सेवन करने के बजाय सेवन करें.
यह आयुर्वेदिक मिश्रण इंसुलिन प्रतिरोध को कम करके पीसीओएस में मदद करता है (यह इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करने पर काम करता है). डाय-केयर में जड़ी-बूटियां आपके लीवर और रक्त को साफ करने में आपकी मदद करती हैं, इसलिए यह मुंहासों को ठीक करने के लिए सबसे अच्छा है (जो कि पीसीओएस में सबसे आम है).
डाया-केयर की जड़ी-बूटियां जलनरोधी हैं और आपके चयापचय में सुधार करती हैं. इस तरह यह आपको वजन कम करने में मदद करेगा. यह हार्मोंस को सामंजस्य में लाकर हिर्सुटिज़्म को कम करता है (जो मोटाई को कम करने में मदद करता है और अंततः चेहरे के बालों को हटा देता है).