तलाक के बाद जिंदगी काफी बदल जाती है, खासकर इमोशनली इंसान काफी बदल जाता है. आप हर दिन खुद से लड़ते हुए फिर से जिंदगी को पटरी पर लाने की कोशिश करते हैं. धीरे-धीरे आपकी कोशिशें कामयाब होती हैं और एक दिन जब आप ट्रैक पर वापस आ जाते हैं. ऐसे में आपको पुराने अनुभवों को पीछे छोड़ते हुए जिंदगी में एक बार फिर से प्यार को जगह जरूर देनी चाहिए. ऐसे में अगर आप तलाक के बाद डेट करने की सोच रहे हैं, तो जरा ठहर जाएं और हमारे द्वारा दिए जाने वाले कुछ डेटिंग टिप्स जरूर फॉलो करें.
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ईमानदारी
किसी भी रिश्ते की शुरूआत ईमानदारी यानी सच्चाई के साथ होती है. अपने बीते कल के बारे में आपको हमेशा सच बोलना चाहिए. अपने पार्टनर से अपने बारे में कुछ भी झूठ न बोलें. आपका राइट पार्टनर हमेशा आपके सच को स्वीकार करेगा, उससे बिना झिझक के एक्सेप्ट करेगा. लेकिन अगर आपके सच से किसी को परेशानी है, तो फिर आपको ऐसे रिश्ते को आगे नहीं बढ़ाना चाहिए. किसी एक डेट के लिए खुद को न बदलें.
शादी में जल्दबाजी नहीं
अक्सर तलाक के बाद जो चीज़ सबसे ज्यादा परेशान करती है वो है फालतू लोगों की बेवजह की बकवास बातें. सबसे पहले पुरानी कही सुनी बातों पर ध्यान न दें, डेटिंग करते हुए अपने पार्टनर को पहले समझें न कि शादी में हड़बड़ी दिखाएं. आपको अगर लगे कि जिसके साथ आप डेटिंग कर रहे हैं, वह इंसान आपके साथ लाइफ में आगे बढ़ सकता है और आपको एक बेहतर जिंदगी दे सकता है. तभी शादी के बारे में सोचें.
रिश्तों से अपनी अपेक्षाओं को सामने रखें
आपको पता होना चाहिए कि आप किसी रिश्ते से क्या चाहते हैं और इसके बारे में क्लियर रहें. किसी ऐसे इंसान के साथ अपना वक्त बर्बाद न करें, जिसे आप जानते हैं कि आपके लिए नहीं है और आप उसके साथ रिश्ता आगे नहीं बढ़ा पाएंगे. ऐसे में बेहतर है कि आप थोड़ा इंतज़ार करें, जो आपके लिए बना होगा वो आपकी जिंदगी में आकर ही रहेगा. जबरदस्ती रिश्ता बनाने की कोशिश करेंगे तो रिश्ते के साथ साथ दिल भी टूट सकता है.
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थेरेपी
जब आप तलाक से बाहर आते हैं, तो इसका मतलब यह होता है कि आपने कई बुरे दिनों को देखा और इमोशन्स को महसूस किया होगा. ऐसे में आपके इमोशन्स काफी उथल-पुथल भी होते रहते हैं. ऐसे में आपको अगर मेंटल थेरेपी की जरूरत महसूस होती है, तो आपको बेझिझक इसे लेना चाहिए. मेंटल थेरेपी के लिए जरूरी नहीं कि आप डॉक्टर के पास ही जाएं. आप शुरुआत में म्यूजिक, डांसिंग, ट्रेवलिंग या कोई भी वो जरिया अपना सकते हैं जिससे आपको खुशी और सुकून मिले और दिमागी तौर पर राहत भी.