Women Career: आज के समय में महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है, चाहे वह चांद पर जाना हो या किसी कंपनी की सीईओ ही क्यों न बन जाए. बिजनेस वुमन भी आज के समय में कमाल कर रही है. भले ही महिलाएं आसमान छू रही हैं लेकिन कुछ जिम्मेदारियां ऐसी है जो आज भी केवल महिलाओं के पास ही है, महिलाएं घर और ऑफिस दोनों संभाल रही है. महिलाएं भले ही आज आर्थिक रुप से अपने आप पर निर्भर हो गई हैं लेकिन कहीं न कही वह आज भी पुरी तरह आजाद नहीं हैं. अपने जीवन के फैसले वे खुद नहीं ले पा रही है. ऐसी बहुत ही कम महिलाए हैं जो चाहती है और वो कर पाती हैं. आपको ये जानकर बहुत हैरानी होगी कि 73 प्रतिशत महिलाएं मां बनने के बाद नौकरी छोड़ देती है. जबकि 50 प्रतिशत महिलाएं अपने बच्चों की देखभाल घर की देखभाल के लिए 30 साल की उम्र में ही रिजाइन दे देती हैं.
इस वजह से छोड़ती हैं जॉब
यानी की ज्यादातर महिलाएं जॉब करने के एक समय के बाद हाउसवाइफ बन जाती है. हालांकि हाउसवाइफ बनने में कुछ बुराई नहीं है. लेकिन 50 प्रतिशत महिलाओं के साथ घर, परिवार, बच्चे और ऑफिस की जिम्मेदारियों के प्रेशर में बुरी तरह दबने के बाद थक हार कर वो ऐसा करती है. क्योंकि कोई ये नहीं कहता है आधी जिम्मेदारियां हम बांट लेंगे. उनसे कोई ये नहीं कहता कि बच्चें मिलकर पाल लेंगे तुम अपने करियर पर ध्यान दो. महिलाएं अपने करियर का ब्रेक बीच में ही लगा दे रही है. आंकड़े बताते हैं कि महिलाएं अपने करियर को मजबूरी में छोड़ रही है और परिवार को संभालने की कोशिश कर रही है.
महिलाओं की भागीदारी घटी
भारत के कार्यबल में महिलाओं का अनुपात लगातार घट रहा है. लगभग दो दशको में भारत की महिला श्रम भागदारी घटी है. साल 2005 तक जो दर 32 प्रतिशत थी वो घट कर 2021 में 19 प्रतिशत हो गई है. सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2017 में अर्थव्यवस्था में उनकी मौजूदगी 46 प्रतिशत थी और 2022 में 40 प्रतिशत हो गई. सांख्यिकी मंत्रालय की मानें तो भारत में 263 पुरुष के मुकाबले केवल 61 महिलाएं ही रोजगार में हैं.
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Source : News Nation Bureau