आजकल लोग फिटनेस के लिए तमाम काम करते हैं. घंटों एक्सरसाइज करते हैं. तमाम टॉनिक लेते हैं. समस्या ये है कि अलग-अलग बेनिफिट्स के लिए
अलग-अलग एक्सरसाइज करनी पड़ती है लेकिन योग में एक आसन ऐसा है जो कई फायदे देता है. अगर आपको बेडौल कमर को सुधारना है, मोटापा कम करना है
तो यह आसन कारगर है ही लेकिन अगर थकान और तनाव है तो भी ये आसन बहुत लाभदायक है. आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा कौन सा आसन है, तो
आपको बता दें. ये है भुजंगासन (bhujangasan).
भुजंगासन के लाभ-
1. शरीर सुडौल बनता है- मोटी कमर, मोटे नितंब या फिर टेढ़ी-मेढ़ी गर्दन हो, हर समस्या में भुजंगासन लाभदायक होता है.
2. तनाव और थकान- तनाव और थकान दूर करने में भी यह आसन बहुत ही कारगर होता है. नियमित करने से शारीरिक और मानसिक लाभ मिलता है.
3. मांसपेशियों में मजबूतीः भुजंगासन का यह भी लाभ है कि इससे मांसपेशियां मजबूत होती हैं. यह कंधों और बाहों को भी मजबूती प्रदान करता है.
4. लंबाई बढ़ाने में सहायकः तमाम लोग लंबाई नहीं बढ़ने से परेशान रहते हैं. ऐसे लोगों को भुजंगासन की मदद लेनी चाहिए. इस आसन से लंबाई बढ़ाने में मदद
मिलती है.
5. पीठ दर्द में आरामः पीठ दर्द में भी यह आसन बहुत लाभदायक होता है.
कैसे करना है ये आसन
1. सबसे पहले पेट के बल जमीन पर लेट जाएं. अपनी दोनों हथेलियों को जांघों के पास जमीन की तरफ करके रखें. इस दौरान आपके टखने आपस में टच होने
चाहिए.
2. दोनों हाथों को कंधों के बराबर ले आएं. दोनों हथेलियों के जमीन की तरफ रखें.
3. अब सांसों को भीतर खींचे. सांसें जितनी गहरी हो सकें, उतनी गहरी लें.
4. हाथों के बल शरीर के आगे के हिस्से को उठाएं और सिर को पीठ की तरफ खींचें.
5. हाथों को एकदम सीधा कर लें और छाती को आगे की तरफ निकालें. सिर को सांप के फन की तरह खींचकर रखें.
6. अपने हिप्स, जांघों और पैरों को जमनी की तरफ दबाव बढ़ाएं.
7. इस स्थिति में 15 से 30 सेकेंड तक रहें. इसके बाद धीरे-धीरे हाथों के वापस साइटड पर लेकर आएं और सिर को जमीन पर विश्राम दें.
ये हैं सावधानियां
अगर आपको हार्निया, पीठ में चोट, कार्पल टनल सिंड्रोम और सिरदर्द की समस्या है तो आपको भुजंगासन नहीं करना चाहिए.
Source : News Nation Bureau