World Blood Donor Day 2024: विश्व रक्तदान दिवस हर साल 14 जून को ही मनाया जाता है. यह दिन नोबेल पुरस्कार विजेता कार्ल लैंडस्टीनर के योगदान को समर्पित है, इसलिए उनके जन्मदिन के अवसर पर इसे मनाया जाता है. कार्ल लैंडस्टेनर ने ही ABO ब्लड ग्रुप सिस्टम की खोज की थी, जिसने चिकित्सा क्षेत्र के लिए एक बड़ी उपलब्धि हासिल की. इसके कारण ही अलग-अलग ब्लड ग्रुप का निर्धारण संभव हुआ. आइए इस अवसर पर आपको बताते हैं कि ये ब्लड ग्रुप तय कैसे किए जाते हैं, कौन से ब्लड ग्रुप वाला व्यक्ति किसे खून दे सकते हैं और क्यों O ब्लड ग्रुप को यूनिवर्सल डोनर कहा जाता है?
ऐसे तय होते हैं ब्लड ग्रुप
आमतौर पर ब्लड ग्रुप 8 प्रकार के होते हैं A+, A-, B+, B-, O+, O-, AB+, AB-. किस भी व्यक्ति का क्या ब्लड ग्रुप है, रक्त कोशिकाओं की सतह पर A या B एंटीजन और Rh फैक्टर के आधार पर तय किया जाता है. Rh या तो पॉजिटिव होता है या नेगेटिव. ब्लड टाइप A में सिर्फ़ एंटीजन A होते हैं, ब्लड B में सिर्फ B, ब्लड AB में दोनों एंटीजन होते हैं और टाइप O में दोनों ही नहीं होते हैं. इस तरह लोगों के ब्लड ग्रुप का पता चलता है.
ये ब्लड ग्रुप वाले इनको कर सकते हैं डोनेट
A+ ब्लड ग्रुप वाले A+ और AB+ ब्लड ग्रुप वाले लोगों को अपना ब्लड डोनेट कर सकते हैं.
A- ब्लड ग्रुप वाले डोनर A+, AB+, A- और AB- ब्लड ग्रुप वाले लोगों को अपना रक्त दे सकते हैं.
B+ ब्लड ग्रुप वाले लोग B+ और AB+ ब्लड ग्रुप वाले लोगों को अपना ब्लड डोनेट कर सकते हैं.
B- ब्लड ग्रुप वाले डोनर B-, B+, AB- और AB+ ब्लड ग्रुप वाले लोगों को ब्लड डोनेट कर सकते हैं.
O+ ब्लड ग्रुप वाले व्यक्ति A+, B+, AB+ और O+ ब्लड ग्रुप वाले लोगों को रक्तदान कर सकते हैं.
O- ब्लड ग्रुप वाले यूनिवर्सल डोनर किसी भी ब्लड ग्रुप वाले इंसान को डोनेट कर सकते हैं.
AB+ ब्लड ग्रुप वाले व्यक्ति AB+ ब्लड ग्रुप वाले लोगों को अपना रक्तदान कर सकते हैं.
AB- ब्लड ग्रुप वाले लोग AB- और AB+ ब्लड ग्रुप वाले को डोनेट कर सकते हैं.
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क्यों O Blood Group को कहा जाता हैं यूनिवर्सल डोनर
O Blood Group वाले लोगों में न तो एंटीजन A, B होते हैं और न ही RhD. इस वजह से ये ब्लड ग्रुप किसी भी अन्य ग्रुप में आसानी से मिक्स हो जाता है. मतलब O ब्लड ग्रुप वालों का खून किसी को भी आसानी से चढ़ाया जा सकता है. इस वजह से इस ब्लड ग्रुप को यूनिवर्सल डोनर कहा जाता है. सच्चा यूनिवर्सल डोनर O- है, क्योंकि ये ब्लड किसी को भी चढ़ाया जा सकता है. जबकि O+ ब्लड ग्रुप सिर्फ A+, B+, AB+ और O+ को ही चढ़ाया जा सकता है.
Source : News Nation Bureau