World Refugee Day 2024: हर वर्ष विश्वभर में 20 जून को वर्ल्ड रिफ्यूजी डे मनाया जाता है. यह दिन शरणार्थियों को सम्मान देने और जागरूक करने के लिए मनाया जाता है. दुनिया भर में न जानें ऐसे कितने लोग हैं, जो घरों से बाहर जाने के लिए मजबूर हो जाते हैं. संयुक्त राष्ट्र ऐसे शर्णाथियों को सम्मानित करने के लिए इस दिन को वर्ल्ड रिफ्यूजी डे के रूप में मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य शरणार्थियों की शक्ति, हिम्मत और दृढ़ निश्चय को स्वीकृति प्रदान करना है. संयुक्त राष्ट्र ने दिसंबर 2000 में 20 जून को ‘विश्व शरणार्थी दिवस’ मनाने का फैसला लिया था. तब से लेकर हर साल 20 जून को विश्व शरणार्थी दिवस मनाया जाता है.
संयुक्त राष्ट्र में इसके लिए एक संस्था भी बनाई गई है जिसका नाम United Nations High Commissioner for Refugees (UNHCR) है. आज का हमारा आर्टिकल इसी विषय पर आधारित है. आज हम आपको अपने इस आर्टिकल के माध्यम से बताएंगे कि वर्ल्ड रिफ्यूजी डे क्यों मनाया जाता है और इसके पीछे का इतिहास क्या है.
वर्ल्ड शरणार्थी दिवस मनाने का इतिहास
वर्ष 2000 में दिसंबर के महीने में 20 जून को संयुक्त राष्ट्र ने विश्व शरणार्थी दिवस मनाने का फैसला किया था. तभी से हर वर्ष 20 जून के इस दिन को वर्ल्ड शरणार्थी दिवस के रूप में मनाया जानें लगा है. संयुक्त राष्ट्र में अलग से एक संस्था बनाई गई है जिसका नाम यूनाइटेड नेशंस हाई कमिश्नर फॉर रिफ्यूजी रखा गया है. संयुक्त राष्ट्र की यह संस्था दुनिया भर के शरणार्थियों की मदद के लिए काम करती है.
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वर्ल्ड शरणार्थी दिवस मनाने का महत्व
विश्व शरणार्थी दिवस उन लोगों के लिए है जो मजबूर हैं और अपने घर से बाहर रह कर कई परेशानियों का सामना करते हैं. ऐसे लोग आपदा, बाढ़, संघर्ष, किसी महामारी के चलते, किसी युद्ध के कारण, पलायन, हिंसा आदि के कारण अपनी जगह छोड़कर दूसरी जगह पर रहने के लिए विवश हो जाते हैं. ऐसे में विश्व भर में इन लोगों को पहचान दिलवाना और इन लोगों की मदद करने के लिए वर्ल्ड रिफ्यूजी डे के रूप में मनाया जाता है. इन शरणार्थी को प्रेरित किया जाता है कि वह दूसरे देशों में जाकर खुद के जीवन को दोबारा से बनाएं
Source : News Nation Bureau