Irregular Periods: महिलाओं को हर माह पीरियड्स होते हैं. अमूमन यह चार से सात दिनों तक होते हैं. महिलाओं का लगभग हर 28 दिनों में एक पीरियड साइकिल पूरा होता है. लेकिन कई लड़कियां इर्रेगुलर पीरियड्स से परेशान रहती हैं. कभी उनके पीरियड मिस हो जाते हैं तो कभी बहुत कम ब्लीडिंग होती है. आइए जानते हैं इसके कारण क्या हो सकते हैं. पीरियड की अनियमित एक सामान्य समस्या है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए. अगर आप भी इन समस्याओं का सामना कर रही है तो आप डॉक्टर से सलाह जरूर लें. जानते हैं ऐसा क्यों होता है.
गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन
एक्सपर्ट बताती हैं कि जो महिलाएं गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करती हैं, उन्हें भी रुक-रुक कर ब्लीडिंग हो सकती है. यह गोलियां शरीर में हार्मोन के स्तर को नियंत्रित करती है और कभी-कभी इससे पीरियड रुकने या अनियमित होने की स्थिति बन सकती है. अबॉर्शन पिल लेने के बाद भी कुछ इस तरह से ही पीरियड में बदलाव आते हैं.
हार्मोनल इंबैलेंस होने की वजह से
हार्मोनल इंबैलेंस होने की वजह से भी इर्रेगुलर पीरियड्स की परेशानी होती है. जिन महिलाओं की उम्र 20 से 35 साल के बीच होती है उनमें ऐसा ज्यादा देखने को मिलता है. अक्सर महिलाओं को पीसीओडी और पीसीओएस की समस्या होती है जिसके कारण पीरियड्स रुक रुक कर आता है. कई बार महिलाएं तनाव ज्यादा ले लेती हैं, खराब आहार और खराब जीवन शैली भी हार्मोन असंतुलन का कारण बनती हैं.
पेरीमेनोपॉज की समस्या
जिन महिलाओं को रुक-रुक कर पीरियड होता है उनमें पेरीमेनोपॉज की समस्या हो सकती है. यह वह अवधि होती है जब महिला अपने प्रजनन वर्षों से परे होने लगती हैं. इस दौरान शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रॉन का गिरता स्तर पीरियड में अनियमित का कारण बनता है.
मेनोपॉज में बंद हो जाता पीरियड
रुक-रुक कर पीरियड्स होना मेनोपॉज की स्थिति में भी हो सकता है. यह वह स्थित है जो महिलाओं का मासिक धर्म पूरी तरह से बंद हो जाता है. यह आमतौर पर 45 से 55 साल की उम्र में होता है. इस दौरान रुक-रुक कर पीरियड का अनुभव महिलाएं कर सकती हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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