Pregnancy Tips: प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में कई बदलाव आते हैं. इससे उनकी हड्डियों पर भी काफी असर पड़ता है. एक्सपर्ट्स के अनुसार विटामिन डी और कैल्शियम वाले फूड्स का सेवन लेबर के दौरान और डिलिवरी के बाद होने वाली समस्याओं से निजात दिला सकता है. विटामिन-डी की कमी (Vitamin D Deficiency) और एनीमिया जैसी स्थितियां हड्डियों के डैमेज की स्थिति को और गम्भीर कर सकती हैं. ऐसे में गर्भावस्था के दौरान कैल्शियम और विटामिन डी की सही मात्रा उनके बच्चे के विकास के साथ-साथ उनकी अपनी हड्डियों की मजबूती के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. प्रेग्नेंसी में कमजोर होती हड्डियों में ये 5 फल ताकत भर देंगे. आइए जानते हैं इनके बारे में.
अंजीर
प्रेग्नेंसी के दौरान अक्सर डॉक्टर सूखे अंजीर खाने की सलाह देते हैं. यह फल कैल्शियम का अच्छा सोर्स है. हड्डी और दांतों के निर्माण के अलावा हृदय, नसों और मांसपेशियों के विकास के लिए कैल्शियम की जरूरत पड़ती है. गर्भवती एक दिन में 4 अंजीर स्मूदी और डेजर्ट के रूप में अपनी डाइट में शामिल कर सकती है.
कीवी
कीवी का सेवन प्रेग्नेंसी में बहुत अच्छा माना गया है. यह फल कैल्शियम से भरपूर है. इसके सेवन से हड्डियों को अंदर से मजबूती मिलती है. यह फल प्रेग्नेंसी में आपको कई बीमारियों और इंफेक्शन से भी बचाता है. रोजाना इसे खाने से गर्भवती के शरीर में विटामिन ए और कैल्शियम की कमी पूरी हो जाती है.
स्ट्रॉबेरी
प्रेग्नेंसी में स्ट्रॉबेरी खाना काफी फायदेमंद होता है. एक स्ट्रॉबेरी में लगभग 27 ग्राम कैल्शियम होता है. अपनी डाइट में इसे शामिल करने से शिशु के दांत और हड्डियों का विकास तेज होगा. आप चाहें, तो इसे जूस, स्मूदी या फिर सलाद में मिक्स करके भी खा सकती हैं.
संतरे
कैल्शियम की पूर्ति के लिए संतरा खाना बेहतरीन ऑप्शन है. इस एक फल को खाने से करीब 50 मिग्रा कैल्शियम मिलता है. जिन महिलाओं में कैल्शियम की कमी होती है, उन्हें संतरा जरूर खाना चाहिए. प्रेग्नेंसी में इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए भी संतरा खाना बहुत जरूरी है.
दूध-केला
केले में काफी अधिक मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है. प्रेग्नेंसी में कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए हर गर्भवती को यह फल खाना चाहिए. एक कप केले में लगभग 8 ग्राम कैल्शियम होता है. सुबह नाश्ते के तौर पर महिलाएं केले और दूध का सेवन कर सकती हैं.
Disclaimer:यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. इसको लिखने के लिए घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली गई है. सेहत के लिए उसे अपनाने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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