आज के दौर में चिकित्सा क्षेत्र में टेक्नोलॉजी ने काफी बदलाव लाए हैं. पहले जहां सर्जरी के लिए बड़े-बड़े चीरे लगाए जाते थे, वहीं अब छोटे चीरे लगाने की प्रवृत्ति बढ़ रही है. इसका मुख्य कारण है रोबोटिक सर्जरी, जिसने सर्जरी के तरीके को पूरी तरह से बदल दिया है. इस लेख में हम जानेंगे कि क्या है रोबोटिक सर्जरी, इसके फायदे, नुकसान और यह कितनी सुरक्षित है.
रोबोटिक सर्जरी क्या है?
रोबोटिक सर्जरी या रोबोट असिस्टेड सर्जरी में सर्जन कंप्यूटर के जरिए रोबोटिक उपकरणों को कंट्रोल करते हैं. इसमें सर्जन रोबोटिक आर्म्स का उपयोग करते हैं, जो सर्जरी के दौरान शल्यचिकित्सक के द्वारा नियंत्रित किए जाते हैं. इन आर्म्स में लगे कैमरों के जरिए सर्जन मरीज के अंगों को बारीकी से देख सकते हैं और सटीकता के साथ ऑपरेशन कर सकते हैं. यह तकनीक शारीरिक सीमाओं को पार कर एक नई सर्जरी शैली का निर्माण करती है.
कैसे की जाती है रोबोटिक सर्जरी?
रोबोटिक सर्जरी में सर्जन एक कंप्यूटर के माध्यम से रोबोटिक आर्म्स को नियंत्रित करते हैं. ये आर्म्स सर्जरी में उपयोग होने वाले इंस्ट्रूमेंट्स को पकड़ते हैं, जिससे सर्जन ऑपरेशन के दौरान अत्यधिक सटीकता और नियंत्रण बनाए रखते हैं. इसके साथ ही, स्क्रीन पर सर्जन को 3D व्यू मिलता है, जिससे वे ऑपरेशन को स्पष्ट रूप से देख सकते हैं और सटीक निर्णय ले सकते हैं.
रोबोटिक सर्जरी के फायदे
रोबोटिक सर्जरी ने बहुत जल्द लोगों का विश्वास जीता है और इसके कई फायदे हैं:
- सटीकता और मिनिमल इन्केज़न: रोबोटिक सर्जरी में छोटे चीरे लगाए जाते हैं, जिससे रोगी का रिकवरी टाइम कम हो जाता है और कम दर्द होता है.
- स्ट्रेस-फ्री ऑपरेशन: सर्जन को ऑपरेशन के दौरान अधिक सटीकता और आराम मिलता है, क्योंकि रोबोट उन्हें उच्च-रिजोल्यूशन इमेज और एक 3D दृश्य प्रदान करता है.
- जल्दी रिकवरी: छोटे चीरे और कम नुकसान के कारण रोगी जल्दी ठीक हो जाते हैं और अस्पताल में रहना कम समय का होता है.
- कम संक्रमण का खतरा: छोटे चीरे होने के कारण संक्रमण का जोखिम भी कम हो जाता है.
क्या रोबोटिक सर्जरी पूरी तरह से सुरक्षित है?
रोबोटिक सर्जरी में सर्जन की विशेषज्ञता अत्यंत महत्वपूर्ण होती है. हालांकि यह तकनीक काफी प्रभावी है, लेकिन यह हर सर्जन के लिए नहीं है. इसके लिए विशेष ट्रेनिंग की आवश्यकता होती है, और केवल अनुभवी सर्जन ही इस तकनीक का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके बावजूद, इस तकनीक को अपनाने से किसी भी प्रकार के जोखिम को कम किया जा सकता है, बशर्ते कि यह एक प्रशिक्षित और कुशल सर्जन द्वारा की जाए.
रोबोटिक सर्जरी का भविष्य
रोबोटिक सर्जरी के प्रति बढ़ते विश्वास को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि आने वाला समय रोबोटिक सर्जरी का ही है. वैश्विक स्तर पर इसका बाजार बढ़ रहा है और इसका प्रयोग विशेष रूप से यूरोलॉजी, हृदय सर्जरी, कैंसर सर्जरी, न्यूरो सर्जरी और आर्थोपेडिक सर्जरी में हो रहा है.
रोबोटिक सर्जरी ने लाई नई क्रांति
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, 2050 तक दुनिया भर में 1.5 अरब लोग बुजुर्ग होंगे, जिन्हें विशेष रूप से हड्डियों और जोड़ की सर्जरी की आवश्यकता होगी. ऐसे में रोबोटिक सर्जरी का महत्व और बढ़ जाएगा. रोबोटिक सर्जरी ने चिकित्सा के क्षेत्र में एक नई क्रांति ला दी है. हालांकि इसमें कुछ सीमाएं और चुनौतियां हैं, लेकिन इसके फायदे और भविष्य में बढ़ते उपयोग के कारण यह तकनीक चिकित्सा जगत में अपनी एक खास जगह बना चुकी है.