प्रेग्नेंसी के टाइम मां और बच्चे दोनों को डॉक्टर खास देखभाल और अच्छी डाइट की सलाह देते हैं. वहीं प्रेग्नेंसी के टाइम में चीन में शुरुआत से कई ऐसे मिथ चले आ रहे हैं. जिससे इंसान का दिमाग चकरा जाएं. प्रेग्नेंसी के टाइम चीनी संस्कृति में प्रेग्नेंसी से लेकर जन्म तक, गर्भवती महिला की केयर करने के कुछ बेहद अजीबोगरीब नुस्खे बताए गए हैं. इसमें उन्होंने प्रेग्नेंट महिला की डाइट और लाइफस्टाइल के बारे में बताया है. आइए आपको बताते है कि प्रेग्नेंट महिलाओं की लाइफस्टाइल और डाइट में क्या क्या शामिल है.
कुत्ता खाने से गोरा बच्चा
चीन के एक्सपर्ट बताते है कि जो महिलाएं प्रेग्नेंट होती है. उन्हें सफेद बालों वाला कुत्ता यानी कि बायमुगौ का सिर उबालकर खाना चाहिए. इससे उनका बच्चा ज्यादा सुंदर होगा. इसके साथ ही उनका कहना है कि प्रेग्नेंट महिलाओं को शाम को खाने में चावल के छोटे कटोरे का इस्तेमाल करना चाहिए. कहा जाता है इससे बच्चे का सिर छोटा होता है.
चाकू छूने से बुरी आत्मा
कहा जाता था कि जैसे ही दाई बच्चे का जन्म कराने के लिए घर आती है. तो उसे बच्चे का जन्म कराने से पहले रसोई में जाना चाहिए. और चाकू को छूना चाहिए. ताकि रसोई के देवता दाई के साथ आने वाली बुरी आत्मा को दूर रखें और बच्चे का जन्म जल्द हो जाए. आज भी चीन के कई परिवारों में खाने से जुड़े अंधविश्वासों का पालन किया जाता है. वहीं कुछ लोगों का कहना है कि गर्भवती महिला को सांप और केकड़े जैसी चीजें इसलिए नहीं खानी चाहिए, क्योंकि इससे होने वाले बच्चे को खराब त्वचा या रैशेज जैसी दिक्कत हो सकती है.
भेड़ के बच्चे खाने की सलाह
वहीं कई जगहों पर कहां जाता है कि काला तिल, कॉफी या सोया सॉस चीजों को खानेो से जो बच्चा पैदा होगा उसका रंग काला होगा. वहीं बादाम, दूध खाने से बच्चे का रंग निखरता है. इसके अलावा कई जगह कहां जाता है कि महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान भेड़ के बच्चे (मेमना) का मांस या मटन न खाने की सलाह दी जाती थी. वहीं कटे होंठ के साथ जन्मे बच्चे को खरगोश का मांस नहीं खाना चाहिए.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)