First Aid: फर्स्ट एड एक ऐसा प्राथमिक उपचार है, जो किसी भी इमरजेंसी सिचुएशन में मरीज को सबसे पहले दी जाती है. एक छोटे से स्टेप से कई बार मरीजों की जान भी बचाई जा सकती है. लेकिन अगर आप ऐसे समय में कोई भूल कर दें किसी की जान भी जा सकती हैं. ऐसे में आपको इसके कुछ आसान टिप्स के बारे में जानना बेहद जरूरी है, ताकि जरूरत पड़ने पर आप अपने आस-पास के लोगों की जान बचा सकें. आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं.
ऐसे बनाएं घर पर फर्स्ट एड बॉक्स
घर हो या बाहर आप अपने साथ एक छोटा सा फर्स्ट एड किट जरूर रखे. इसके लिए आपको केवल एक प्लास्टिक का बॉक्स लेना है और उसके ऊपरे प्लस का साइन बनाना है. ताकि जरूरत पड़ने पर कोई भी इस बॉक्स का सहारा ले सके. बता दें कि इस बॉक्स में आप बैंडेड से लेकर एंटीसेप्टिक क्रीम, बुखार, सिर दर्द, एक गर्म पट्टी, बरनोल क्रीम, एंटी बैक्टीरियल दवा, डिटॉल जैसी चीजें रखें. अक्सर हमारे आस-पास लोगों को इन चीजों की जरूरत पड़ती रहती है, ऐसे में अगर आपके पास ये बॉक्स होना बेहद जरूरी है. अगर आपके आस-पास कोई दुर्घटना हो जाती है, तो ऐसे समय में घबराएं नहीं, बल्कि अपनी समझदारी से काम लें. और अगर जरूरत पड़े तो मरीज को सीपीआर देना शुरू कर दें.
हड्डी टूट जाने पर करें ये उपाय
कई बार हल्की सी चोट लग जाने पर भी हड्डी टूट जाती है या फिर फ्रैक्चर हो जाता है. ऐसे समय में पैनिक न हों और घबराएं नहीं. क्योंकि घबराने से चीजें और बिगड़ जाती है. ऐसी स्थिति में व्यक्ति को हिलाने की गलती न करें, और उन्हें एक जगह पर बैठा दें. कोशिश करें की मरीज को जल्दी से जल्दी डॉक्टर के पास ले जाएं. जब तक मरीज डॉक्टर के संपर्क में नहीं आ जाता उसे हिलाने या छूने से परहेज करें.
जलने पर क्या करें
घर के काम के दौरान कई बार हल्की-फुल्की हाथें जल जाती है. ऐसे समय में जहां आपका जल गया है उसे ठंडे पानी में 10 से 15 मिनट तक डिप करके रखें. बता दें कि अक्सर लोग जलने वाली जगह पर टूथपेस्ट लगाते हैं, जो कि बिल्कुल गलत है. ऐसी स्थिति में टूथपेस्ट या बर्फ के टुकड़े का इस्तेमाल न करें.इससे आपका घाव बढ़ सकता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)