How to stop stomach burning: मौसम बदल रहा है. सर्दियों में अक्सर लोग ओवरइटिंग कर लेते हैं या फिर खाना खाने के बाद ठंड की वजह से बाहर टहलने की बजाए कंबल या रजाई में घुस जाते हैं. इसकी वजह से कई बार पेट में जलन होने लगती हैं. हालांकि कई बार Stomach burning अन्य वजहों से भी हो सकता है. इसे एसिड रिफ्लक्स (Acid reflux) कहते हैं. पेट में जलन क्यों होती है और पेट में जलन होने पर क्या (how to stop stomach burning) करना चाहिए अक्सर लोगों को इसका जवाब नहीं पता होता है. आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से.
पेट की जलन की वजह (Causes of stomach burning)
एसिड रिफ्लक्स की समस्या होने पर भोजन पेट के निचले हिस्से में पहुंचकर दोबारा ऊपर भोजन नली (Food Pipe) में आने लगता है. इस समस्या को गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (Gastroesophageal Reflux Disease) के नाम से भी जाना जाता है.
- स्मोकिंग
- प्रेगनेंसी
- हर्निया
- अल्कोहॉल
- मोटापा की वजह से पेट पर अधिक दबाव पड़ना.
- खाना खाने के तीन घंटों में ही लेट जाना.
दवाइयों
कुछ दवाइयों की वजह से भी पेट में जलन हो सकती है
अस्थमा के उपचार में ली जाने वाली दवाइयां.
हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए कैल्शियम चैनल ब्लॉकर.
एलर्जी के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाइयां.
नींद की दवाई.
डिप्रेशन की स्थिति में ली जाने वाली एंटीडिप्रेसेंट दवाइयां.
असामान्य पीरियड्स या बर्थ कंट्रोल के लिए प्रयोग की जाने वाली दवाइयां.
अन्य वजह
पेट में अल्सर
अपच की वजह से भी पेट में जलन हो सकती है
पहचानिए पेट में होने वाली जलन के लक्षण
पेट, सीने और गले में जलन की समस्या.
जी मिचलाना या उल्टी होना.
मुंह से दुर्गंध आना.
गले में खराश होना.
खांसी या घबराहट.
हिचकी आना.
कुछ निगलने में परेशानी होना.
पेट की जलन को ठीक करने के लिए क्या करें?
दूध
पेट में जलन का इलाज करने के लिए दोपहर में खाने के बाद एक गिलास ठंडा दूध पी सकते हैं. ठंडे दूध का उपयोग पेट और सीने में जलन का घरेलू उपाय करने के लिए भी किया जा सकता है. ठंडे दूध में एंटासिड (एसिडिटी को कम करने वाला) गुण होते हैं, जो हाइपरएसिडिटी (एसिडिटी का गंभीर रूप) को कम कर पेट की जलन से राहत दिलाने में सहायक हो सकता है.
नींबू का रस
नींबू के रस को पानी में मिलाकर इसका सेवन करें. पेट में अल्सर की वजह से भी पेट में जलन की समस्या हो सकती है. ऐसे में नींबू के रस का सेवन इस परेशानी में कुछ हद तक फायदेमंद हो सकता है. असल में, नींबू में एंटीअल्सर प्रभाव के गुण पाए जाते हैं, जो अल्सर की स्थिति में कुछ हद तक सकारात्मक प्रभाव प्रदर्शित कर पेट में जलन के जोखिम को कम कर सकता है.
सेब का सिरका
पेट में जलन के इलाज के लिए सभी सामग्रियों को मिलाकर खाने से आधे घंटे पहले पिएं. पेट में जलन से राहत पाने के लिए खाने से 30 मिनट पहले इस घोल का सेवन पेट में एसिड की मात्रा को बढ़ाकर, खाने को जल्दी पचाने में सहायता कर सकता है. इससे पेट में होने वाली जलन से कुछ हद तक राहत मिल सकती है.
एलोवेरा जूस
खाना खाने से 30 मिनट पहले आधा कप एलोवेरा जूस का सेवन करें. एलोवेरा जेल में एंथ्राक्विनोन (Anthraquinones) नामक यौगिक पाया जाता है, जिसमें लैक्सटिव (प्राकृतिक रूप से पेट साफ करने का गुण) होता है. यह न केवल आपकी आंत में पानी की मात्रा को बढ़ा सकता है, बल्कि जल स्राव को भी बढ़ा सकता और साथ ही मल त्याग की गतिविधि को आसान बना सकता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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