Dangerous Temples of India: भारत में सैकड़ों लाखों छोटे बड़े मंदिर हैं. इन मंदिरों में लोगों की ऐसी अटूट श्रद्धा है जो इन्हें हर हाल में यहां बार-बार आने के लिए तैयार करती है. हम आपको भारत के ऐसे 3 मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं जो बेहद खतरनाक है. अब आप ये कहेंगे कि मंदिर और खतरनाक, मंदिर में तो लोग अपने खतरों को दूर करने जाते हैं. तो ऐसे में अपने जान को खतरे में डालकर इन मंदिरो तक पहुंचना सिर्फ आस्था और लोगों का विश्वास ही है. इन मंदिरों में दर्शन करने के लिए लोगों को अपनी जान दाव पर लगानी पड़ती है. ये ऐसे मंदिर हैं तो रोमांच पसंद करने वाले लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं.
ककनमठ मंदिर, मध्य प्रदेश
ककनमठ मंदिर भगवान शिव को समर्पित है. शिव के मंदिरों में अलौकिक घटनाओं और रहस्यमय घटनाओं का वर्णन आम है, जिससे यह मंदिर और भी रहस्यमय और खतरनाक माना जाता है. मंदिर के आसपास तांत्रिक गतिविधियों की कहानियाँ भी प्रचलित हैं. तंत्र-मंत्र के कारण यहाँ आने वाले लोगों को डर का सामना करना पड़ता है. ककनमठ मंदिर, जिसे भारत का सबसे खतरनाक मंदिर माना जाता है, मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में स्थित है. यह मंदिर अपनी अद्वितीय वास्तुकला, संरचनात्मक स्थायित्व, और रहस्यमय कहानियों के कारण विशेष रूप से जाना जाता है. इस मंदिर का निर्माण 11वीं शताब्दी में परमार वंश के राजा ककनदेव ने कराया था. यह मंदिर पत्थरों से बना है और इसमें इस्तेमाल की गई निर्माण तकनीक आज भी रहस्य है. बिना किसी जुड़ाई सामग्री के पत्थरों को एक-दूसरे पर स्थापित किया गया है, जिससे यह संरचना बेहद स्थिर दिखती है. मंदिर की ऊंचाई लगभग 115 फीट है, जो इसे देखने में भव्य और अद्वितीय बनाती है. इतनी ऊंचाई पर बिना किसी आधुनिक तकनीक के पत्थरों को स्थापित करना भी एक चुनौतीपूर्ण कार्य था. स्थानीय लोगों और पर्यटकों के अनुसार, मंदिर के आसपास कई अलौकिक घटनाएँ होती हैं. कुछ लोग कहते हैं कि यहाँ रात में भूत-प्रेतों की उपस्थिति महसूस होती है. मंदिर के आसपास रहस्यमय शक्तियों का प्रभाव होने की कहानियाँ भी प्रचलित हैं. यह मंदिर एक डरावना अनुभव प्रदान करता है, जिससे इसे खतरनाक माना जाता है.
हरिहरगढ़, नासिक
हरिहर किला, जिसे हरिहरगढ़ भी कहा जाता है, महाराष्ट्र के नासिक जिले में स्थित है. इसे भारत के सबसे खतरनाक किलों में से एक माना जाता है, और यहां के मंदिर को भी खतरनाक मंदिरों में से एक के रूप में जाना जाता है. इस किले में खड़ी चढ़ाई वाली सीढ़ियां हैं, जो 80 डिग्री के कोण पर कटे हुए पत्थरों से बनाई गई हैं. सीढ़ियों पर चढ़ना बेहद चुनौतीपूर्ण और खतरनाक है. किले तक पहुंचने का मार्ग संकीर्ण और जोखिम भरा है. एक छोटी सी गलती भी यहां घातक हो सकती है. समुद्र तल से ये किला लगभग 3,676 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. इतनी ऊँचाई पर चढ़ाई करना शारीरिक और मानसिक दोनों दृष्टिकोण से चुनौतीपूर्ण होता है. किले पर स्थित मंदिर भगवान शिव को समर्पित है, जो धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है. कठिन चढ़ाई के बावजूद भक्तगण यहां पूजा करने आते हैं.
श्री राघा देवी मंदिर, छिंदवाड़ा
छिंदवाड़ा, मध्य प्रदेश में स्थित श्री राघा देवी मंदिर भी भारत के खतरनाक मंदिरों की लिस्ट में शामिल है. ये मंदिर चट्टानों और पहाड़ियों के बीच स्थित है, जिससे यहां तक पहुंचने का मार्ग कठिन और जोखिम भरा हो जाता है. बरसात के दौरान रास्ते फिसलन भरे हो जाते हैं और चट्टानों पर चलना मुश्किल हो जाता है. इसके कारण चढ़ाई और भी खतरनाक हो जाती है. ऊंचाई पर तेज हवाओं का सामना करना पड़ता है, जिससे संतुलन बनाए रखना कठिन हो सकता है. श्री राघा देवी मंदिर पुराना और ऐतिहासिक महत्व रखता है. इसकी वास्तुकला और स्थान इसे विशेष बनाते हैं. स्थानीय लोगों के बीच मंदिर के आसपास रहस्यमय घटनाओं और अलौकिक और तांत्रिक गतिविधियों की कहानियां भी प्रचलित हैं, जिस कारण इस स्थान को और भी डरावना और खतरनाक माना जाता है.
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Source : News Nation Bureau