Last Road of India: आज हम आपको एक ऐसे वीराने गांव के बारे में बताने जा रहे हैं जहां लोग रात के समय जाने से डरते हैं. कहा जाता है कि जो भी यहां रात के समय जाता है वो कभी जिंदा वापस नहीं आता. कुछ लोग तो ऐसे गायब होते हैं कि कोई उन्हें ढूंढ भी नहीं पाता. ये जगह दिल्ली से लगभग 2800 किमी दूर तमिलनाडु के दक्षिण-पूर्वी छोर पर रामेश्वरम द्वीप के किनारे भारत और श्रीलंका के बीच की सीमा है, जो 50 गज के क्षेत्रफल में फैली है. इसे दुनिया का सबसे छोटा गांव भी कहा जाता है. धनुषकोड़ी, भारत का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है. हालांकि यह स्थान हिन्दू धर्म में महत्वपूर्ण माना जाता है और रामायण काल में भगवान श्रीराम ने यहां अपने पुत्र लव और कुश को ढूंढ़ने के लिए धनुषकोड़ी आए थे. इस छोटी सी जगह पर अगर आप दिन के समय घूमने जा रहे हैं तो यहां क्या-क्या देख सकते हैं ये भी जान लें.
महत्वपूर्ण स्थल:
धनुषकोड़ी मंदिर: धनुषकोड़ी में एक मंदिर है जिसमें भगवान श्रीराम के प्रति भक्ति व्यक्त की जाती है. यहां का मंदिर बहुत सारी धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए भी जाना जाता है.
लक्ष्मण ठूठू: यहां पर एक स्थान है जिसे "लक्ष्मण ठूठू" कहा जाता है, जिसमें बताया जाता है कि भगवान श्रीराम के भाई लक्ष्मण ने यहां पर ठूठू गोली मारी थीं ताकि यहां से लव-कुश विचलित हो सकें.
अगस्त्य थाकुर मेमोरियल: यहां पर अगस्त्य थाकुर की आत्मकथा भी है, जो केरला राज्य के एक प्रमुख साहित्यकार और समाजसेवी थे.
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कोटि तीर्थ: धनुषकोड़ी में कोटि तीर्थ भी है, जहां हिन्दू धार्मिक अनुष्ठानों के लिए जाते हैं.
राम सेतु पोइंट: यहां से राम सेतु पोइंट नामक स्थान से भी समुद्र दर्शन किया जा सकता है, जहां से से भगवान श्रीराम ने लंका जाने के लिए समुद्र को पार किया था.
धनुषकोड़ी भारतीय सांस्कृतिक और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान है और यहां के दर्शन से व्यक्ति को आध्यात्मिक और ऐतिहासिक महत्वपूर्णता मिलती है.
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Source : News Nation Bureau