First Village of India: माणा भारत के उत्तराखंड राज्य में चमोली जिले में स्थित है, जिसे भारत का पहला गांव कहा जाता है. यह बद्रीनाथ से 3 किलोमीटर दूर और भारत-चीन सीमा पर स्थित है. यहां की जनसंख्या की बात करें तो माणा में लगभग 500 लोग रहते हैं. यहां के लोग मुख्य रूप से जादव समुदाय के हैं. माणा में मौसम बहुत ठंडा होता है. यहां केवल 6 महीने ही खेती की जा सकती है और बाकी 6 महीने बर्फबारी होती है. आजीविका के लिए यहां के लोग खेती, पशुपालन और पर्यटन पर निर्भर करते हैं.
भारत के पहले गांव की मशहूर जगह
व्यास गुफा: यह गुफा वेद व्यास को समर्पित है, जिन्होंने महाभारत लिखा था.
गणेश गुफा: यह गुफा भगवान गणेश को समर्पित है.
सरस्वती नदी: यह नदी हिंदुओं के लिए पवित्र है.
भीम पुल: यह पुल पांडवों में से एक भीम द्वारा बनाया गया माना जाता है.
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कैसे पहुंचें:
हवाई मार्ग: निकटतम हवाई अड्डा देहरादून में है, जो 275 किलोमीटर दूर है.
रेल मार्ग: निकटतम रेलवे स्टेशन हरिद्वार में है, जो 250 किलोमीटर दूर है.
सड़क मार्ग: ऋषिकेश से बद्रीनाथ तक बसें और टैक्सी उपलब्ध हैं.
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रोचक तथ्य: माणा भारत का सबसे ऊँचा गांव है. ये भारत का सबसे ठंडा गांव है. इसे भारत का सबसे कम आबादी वाला गांव कहा जाता है. माणा भारत का सबसे दूरस्थ गांव है. यहां में रहने वाले लोगों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. यहां का मौसम बहुत ठंडा होता है और यहां तक पहुंचना भी मुश्किल है. वैसे ये एक बहुत ही खूबसूरत गांव है. जहां के पहाड़ों, नदियों और गुफाओं ने इसे पर्यटकों के लिए एक लोकप्रिय स्थान बना दिया है. इस गांव को सोलर गांव भी कहा जाता है, यह गाँव सौर ऊर्जा का पूरी तरह से उपयोग करता है और बिजली की आपूर्ति के लिए सोलर पैनलों का इस्तेमाल करता है.
माणा में एक स्कूल, एक अस्पताल और एक पुलिस स्टेशन है. यहां एक मंदिर भी है जो भगवान शिव को समर्पित है. माणा में हर साल एक मेला आयोजित किया जाता है. यह भारत-चीन सीमा पर स्थित है और यह पर्यटकों के लिए भी एक लोकप्रिय स्थान है. यहां के लोग कई चुनौतियों का सामना करते हैं, लेकिन यह गांव भारत के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है.
Source : News Nation Bureau