उत्तराखंड (Uttarakhand) के उत्तरकाशी जिले में स्थित गंगोत्री धाम (Gangotri Dham) यात्रा के कपाट आज 7 मई को अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) के दिन सुबह 11 बजकर 30 मिनट पर खोल दिए जाएंगे. चार धाम तीर्थयात्राओं के लिए गंगोत्री एक पवित्र स्थल है. आज गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर के कपाट खुलने के साथ ही हिमालयी क्षेत्र में स्थित चारधामों की यात्रा की शुरुआत हो जाएगी.
पौराणिक कथाओं के अनुसार, देवी गंगा ने राजा भगीरथ और उनके पूर्वजों के पापों को धोने के लिए इसे गंगा का रूप धारण किया था. भगवान शिव ने पृथ्वी को बहने से बचाने के लिए इसे अपनी जटाओं मे रोक लिया था.
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गंगा नदी या गंगा का स्रोत 'गौमुख' गंगोत्री से 19 किमी दूर स्थित है. गंगा नदी अपने उद्गम स्थल पर 'भागीरथी' के नाम से जानी जाती है.
सर्दियों में भारी हिमपात और भीषण ठंड की चपेट में रहने के कारण चार धाम के कपाट हर साल अक्टूबर-नवंबर में श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए जाते हैं. जो अगले साल अप्रैल-मई में फिर खोल दिए जाते हैं.
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हवाई मार्ग से कैसे पहुंचें
हवाई मार्ग द्वारा गंगोत्री का निकटतम हवाई अड्डा शहर से लगभग 225 किमी दूर देहरादून का जॉली ग्रांट हवाई अड्डा है. पर्यटक हवाई अड्डे से गंगोत्री के लिए किराये की टैक्सी ले सकते हैं. इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा निकटतम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है,जहां से देहरादून के हवाई अड्डे के लिए उड़ानें उपलब्ध हैं.
रेल मार्ग से कैसे पहुंचें
ट्रेन द्वारा गंगोत्री से 250 किमी दूर स्थित ऋषिकेश रेलवे स्टेशन निकटतम है. रेलवे स्टेशन अधिकतर प्रमुख भारतीय शहरों जुड़ा हुआ है. यहां से यात्री गंगोत्री के लिए टैक्सी ले सकते हैं.
HIGHLIGHTS
- आज गंगोत्री धाम के खुल रहे कपाट
- गंगोत्री एक पवित्र स्थल है
- गंगा का स्रोत 'गौमुख' गंगोत्री से 19 किमी दूर स्थित है
Source : Akanksha Tiwari