अक्सर ऐसा सुनने में आता है कि बिना लाखों रुपये लगाए विदेश में बसा नहीं जा सकता. अगर आपके पास लाखों की जमा पुंजी नहीं तो विदेश के सपने देखना व्यर्थ है. लेकिन भारत के बाहर एक ऐसा देश भी है जहां उल्टी गंगा बह रही है. यानी कि इस देश में आपको बसने के लिए पैसे देने नहीं बल्कि लेने हैं. दरअसल, इटली के एक कस्बे का प्रशासन लोगों को यहां बसने के लिये लाखों रुपये की मदद देने को तैयार है. करीब करीब विरान हो चुके इस कस्बे की अर्थव्यवस्था को वापस पटरी पर लाने के लिये प्रशासन को खास लोगों की जरूरत है. बता दें कि, अपने कस्बे में लोगों को बसाने के लिए प्रशासन लोगों को 33 हजार डॉलर यानी कि करीब 25 लाख रुपये देने को तैयार है.
कहां मिल रहा है ये ऑफर
ये कस्बा इटली के सुदूर दक्षिण में है, जो कि कैलाब्रिया क्षेत्र में आता है. इस टाउन में फिलहाल 2000 निवासी हैं. कस्ब के आस पास खूबसूरत पहाड़ों से लेकर समुद्र तट बसे हुए हैं. पूरा क्षेत्र फिलहाल आर्थिक मंदी का सामना कर रहा है. इसी वजह से आशंका बन गई है कि आने वाले समय में यहां के निवासियों की संख्या में और गिरावट देखने को मिल सकती है और बची कुची अर्थव्यवस्था भी धराशाई हो सकती है. इसको देखते हुए सरकार अब बाहर से लोगों को यहां बसाने की कोशिश मे लगी हुई है जिससे बसावट और बेहतर हो और टूरिज्म सहित दूसरे उद्योगों को बढ़ावा मिले. फिलहाल इस बात की जानकारी नहीं है कि इस योजना में कितने लोगों को फायदा मिलेगा.
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क्या हैं शर्तें
- इस ऑफर की सीधी शर्त य़े है कि इस जगह बसने वाले को यहां की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने और नये रोजगार में योगदान करना होगा
- मंजूरी इसी आधार पर मिलेगी कि आवेदन करने वाला शख्स इस कस्बे में अपना कोई नया कारोबार शुरू करेगा
- आवेदक वहां स्थित किसी कारोबार , शॉप को खरीदकर भी ये शर्त पूरी कर सकता है
- नये बसने वाले को आर्थिक मदद 2 से 3 साल के बीच 800 पौंड से 1000 पौंड प्रति माह के हिसाब से मिलेगी
- आवेदन करने वालों की उम्र 40 साल या उससे कम होनी चाहिये
- उन्हें मंजूरी मिलने के 90 दिनों के अंदर इस कस्बे में शिफ्ट हो जाना होगा
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क्यों हुआ स्कीम का ऐलान
कैलाब्रिया क्षेत्र के 75 प्रतिशत से ज्यादा कस्बे यानि करीब 320 की जनसख्या 5000 या उससे कम है. ऐसे में आशंका है कि नौकरियों और आय के साधन न होने से पलायन की स्थिति पैदा हो सकती है जिसके कारण कुछ क्षेत्र पूरी तरह निर्जन हो सकते हैं. अगर ऐसा होता है तो इन गांवों को फिर से बसाने में इससे भी कही ज्यादा रकम और वक्त खर्च करना पड़ेगा. सरकार चाहती है कि यहां बसने वाले नये लोग नये रोजगार की मदद से कस्बों की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में मदद करें, जिससे क्षेत्र में और ज्यादा लोगों को बसाने के लिये प्रेरित किया जा सके. प्रशासन के मुताबिक ये एक प्रयोग है जो कि अगर सफल होता है तो कई और कस्बे भी ऐसी योजना शुरू करेंगे.
HIGHLIGHTS
- सुदूर दक्षिण के कस्बे के प्रशासन की नई योजना
- सुस्त अर्थव्यवस्था के कारण किया योजना का एलान
- कस्बे में बसने की शर्त है कठिन