ईरान भारतीय पासपोर्ट धारकों के लिए बिल्कुल नया ट्रेवल डेस्टिनेशन होने जा रहा है. दरअसल अब भारतीय पर्यटकों के लिए इस देश की यात्रा वीज़ा फ्री होगी. यानि अब भारतीय पासपोर्ट धारक बगैर वीजा ही, 63 देशों की यात्रा कर सकेंगे. लिहाजा अब हमारे पास मौका है, एक बिल्कुल ही नए देश को घूमने और तलाशने का... गौरतलब है कि, ईरान सांस्कृतिक रूप से समृद्ध और एक समृद्ध विरासत वाला देश है. ऐसे में यहां सवाल है कि, आखिर हम वहां कैसे पहुंच सकते हैं... चलिए विस्तार से जानें...
मालूम हो कि, नई नीति लागू होने के साथ, सामान्य पासपोर्ट रखने वाले भारतीय नागरिकों को अब हर छह महीने में एक बार बिना वीजा के ईरान में प्रवेश करने की सुविधा मिलती है, जिससे हर बार 15 दिनों का आनंददायक प्रवास मुमकिन है. हालांकि ध्यान रहे कि ये 15-दिन की अवधि बढ़ नहीं सकती.
बता दें कि, ये वीजा छूट खासतौर पर पर्यटन उद्देश्यों के लिए ईरान में आने वाले लोगों पर लागू होती है, जो देश में प्रवेश के लिए हवाई-सीमा पार करते हैं. वहीं अगर किसी भारतीय नागरिकों को ईरान में लंबे समय तक रहने, छह महीने की अवधि के भीतर कई बार प्रवेश करने की छूट चाहिए तो वे भारत में इस्लामी गणतंत्र ईरान के नामित प्रतिनिधित्व के माध्यम से आवश्यक वीज़ा सुरक्षित करना होगा.
गौरतलब है कि, ईरान, जिसे 1935 तक फारस के नाम से जाना जाता था, दुनिया की सबसे पुरानी प्रमुख सभ्यताओं में से एक है, जिसकी शहरी बस्तियां 4000 ईसा पूर्व की हैं. ईरानी संस्कृति पूर्व-इस्लामिक और इस्लामी प्रभावों का मिश्रण है, जो इसे मध्य पूर्व और मध्य एशिया में सबसे प्रभावशाली संस्कृतियों में से एक बनाती है.
ईरान एक समृद्ध कलात्मक विरासत का दावा करता है, जिसमें साहित्य, संगीत, नृत्य, वास्तुकला, पेंटिंग, बुनाई, मिट्टी के बर्तन, सुलेख, धातुकर्म, कढ़ाई और पत्थर की चिनाई शामिल है. इसका विश्व स्तर पर प्रसिद्ध फ़ारसी साहित्य 2500 वर्षों से अधिक पुराना है, जिसमें अचमेनिद शिलालेखों से लेकर इस्लामी स्वर्ण युग और आधुनिक काल के कवियों तक शामिल है. यह इसे साहित्यिक उत्साही लोगों के लिए अवश्य देखने योग्य बनाता है.
वर्तमान में, ईरान का नेतृत्व राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी कर रहे हैं. इसके 23 यूनेस्को-पंजीकृत विश्व धरोहर स्थलों के लिए धन्यवाद, दुनिया भर के लोग ईरान को एक संभावित यात्रा गंतव्य के रूप में मान रहे हैं.
Source : News Nation Bureau