Vivekananda Rock Memorial: कन्याकुमारी, भारत का वो कोना जहां तीन महासागर मिलते हैं - बंगाल की खाड़ी, हिंद महासागर और अरब सागर. इसी पवित्र भूमि पर, दूर समुद्र में दो विशाल चट्टानों में से एक पर विराजमान है विवेकानंद रॉक मेमोरियल. ये स्मारक सिर्फ पत्थरों का ढेर नहीं, बल्कि भारत के महान संत स्वामी विवेकानंद के विचारों और आदर्शों का प्रतीक है. आइए, इस लेख में हम विवेकानंद रॉक मेमोरियल के इतिहास, इसकी बनावट और राष्ट्र के लिए इसके महत्व के बारे में विस्तार से जानें.
विवेकानंद रॉक मेमोरियल (Vivekananda Rock Memorial)
राष्ट्रीय स्वामी विवेकानन्द के सम्मान में एक स्मारक है. यह भारत के तमिलनाडु राज्य में कन्याकुमारी में स्थित है, जहाँ तीन समुद्र - हिंद महासागर, अटलांटिक महासागर और बंगाल की खाड़ी - मिलते हैं.
स्मारक का इतिहास (History of the Memorial)
विवेकानंद रॉक मेमोरियल 1970 में बनाया गया था. स्वामी विवेकानंद 1892 में शिकागो में विश्व धर्म संसद में अपने प्रसिद्ध भाषण के बाद 1897 में कन्याकुमारी गए थे. ऐसा माना जाता है कि उन्होंने यहीं पर ध्यान लगाया था और यहीं से उन्हें भविष्य के कार्यों के लिए प्रेरणा मिली थी.
स्मारक का महत्व (Importance of the Memorial)
विवेकानंद रॉक मेमोरियल राष्ट्रीय स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं और आदर्शों का प्रतीक है. यह आध्यात्मिकता, ज्ञान और राष्ट्रभक्ति का एक महत्वपूर्ण केंद्र है. हर साल हजारों पर्यटक इस स्मारक को देखने आते हैं.
यहां पहुंचने का रास्ता (How to Reach)
हवाई मार्ग से
स्मारक का निकटतम हवाई अड्डा तिरुवनंतपुरम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है, जो 90 किलोमीटर दूर है. इसके अलावा मदुरै अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा भी स्मारक से 240 किलोमीटर दूर है.
रेल द्वारा
स्मारक का निकटतम रेलवे स्टेशन कन्याकुमारी रेलवे स्टेशन है, जो 1.3 किलोमीटर दूर है.
सड़क मार्ग से
कन्याकुमारी के लिए तिरुवनंतपुरम, मदुरै, कोयंबटूर, पुडुचेरी और चेन्नई जैसे प्रमुख शहरों से बसें चलती हैं, जिनके माध्यम से आप आसानी से स्मारक तक पहुंच सकते हैं.
घूमने का समय और प्रवेश शुल्क (Visiting Time and entrance fees)
स्मारक सुबह 6 बजे से शाम 7 बजे तक खुला रहता है. विवेकानन्द रॉक मेमोरियल समुद्र से घिरा हुआ है, इसलिए स्मारक तक पहुँचने के लिए आपको नौका सेवा लेनी होगी, प्रति व्यक्ति टिकट की कीमत 35 रुपये है.स्मारक के लिए नौका सेवा का समय सुबह 8 बजे से शाम 4:30 बजे तक है, लेकिन मौसम में बदलाव के कारण समय में बदलाव हो सकता है. स्मारक का प्रवेश शुल्क 20 रुपये प्रति व्यक्ति है और इसे देखने का सबसे अच्छा समय मार्च से जुलाई और अक्टूबर से मार्च है.
स्मारक पर पहुंचने के बाद, आप इन एक्टिविटीज का आनंद ले सकते हैं
विवेकानंद मंदिर
यह मंदिर स्वामी विवेकानंद को समर्पित है और इसमें उनकी एक विशाल प्रतिमा है. मंदिर शांत और आध्यात्मिक वातावरण प्रदान करता है और ध्यान या आत्मनिरीक्षण के लिए एक आदर्श स्थान है.
विवेकानंद रॉक मेमोरियल
यह स्मारक स्वामी विवेकानंद के जीवन और शिक्षाओं को समर्पित है. इसमें उनकी जीवन यात्रा को दर्शाने वाली कई प्रदर्शनी और चित्र हैं.
ध्यान मंडप
यह एक खुला मंडप है जो समुद्र के सामने स्थित है. यह ध्यान और योग के लिए एक लोकप्रिय स्थान है.
सूर्यास्त
विवेकानंद रॉक मेमोरियल सूर्यास्त देखने के लिए एक शानदार जगह है. तीनों समुद्रों के संगम का दृश्य वास्तव में लुभावना है.
शॉपिंग
स्मारक परिसर में कई दुकानें हैं जहाँ आप स्मृति चिन्ह, किताबें और अन्य सामान खरीद सकते हैं.
विवेकानंद रॉक मेमोरियल सभी उम्र के लोगों के लिए एक शानदार जगह है. यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से आकर्षक है जो भारतीय संस्कृति और दर्शन में रुचि रखते हैं.
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Source(News Nation Bureau)