History of Ooty: ऊटी (Ooty) का इतिहास बहुत पुराना है. इसे "ऊटाकमुण्ड" के नाम से भी जाना जाता है, जो तमिल भाषा में "नीलगिरि का नवा" का अर्थ होता है. ऊटी को 19वीं सदी में ब्रिटिश राजाओं द्वारा एक पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया गया था. इसे आमतौर पर "झीलों का शहर" के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि यहां कई प्राकृतिक झीलें हैं जो अपनी सुंदरता के लिए प्रसिद्ध हैं. ऊटी की शानदार प्राकृतिक वातावरण, प्रशांत मौसम और आदिवासी संस्कृति ने इसे एक प्रमुख पर्यटन स्थल बना दिया है. इसके साथ ही, ऊटी के चाय बागान भी दुनिया भर में मशहूर हैं. आज यह उत्तर पश्चिम तमिलनाडु का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो प्रत्येक वर्ष लाखों पर्यटकों को आकर्षित करता है. यहां पर कई ऐसे स्थल हैं, जहां पर आप जाकर जन्नत महसूस करेंगे.
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ऊटी में घूमने के लिए 10 खास जगह:
डॉडबेटा: यह वन्य जीवन संरक्षण क्षेत्र है, जिसे पर्यटक प्राकृतिक सौंदर्य के लिए पसंद करते हैं.
बोटनिकल गार्डन: यहां प्राकृतिक खेती के लिए विख्यात बोटनिकल गार्डन है, जहां अनेक प्रकार के फूलों और पौधों का आनंद लिया जा सकता है.
सिम्स पार्क: यहां पर्यटक वन्य जीवन को देख सकते हैं और हिरणों के साथ समय बिता सकते हैं.
ओटी लेक: यहां शांतिपूर्ण माहौल में ताल के किनारे वक्त बिताने का अवसर होता है.
फैंटसी लैंड: यहां एक पर्यटकों का मनोरंजन केंद्र है, जहां अनेक रोमांचक गतिविधियों का आनंद लिया जा सकता है.
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डॉडाबेटा टी फैक्टरी: यहां आप चाय उद्योग की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और स्थानीय चाय का स्वाद ले सकते हैं.
कामाराज टाइगर रिजर्व: यहां पर्यटक जंगली जीवन का अनुभव कर सकते हैं और बाघों के साथ समय बिता सकते हैं.
लोली अनासकल फॉल्स: यहां प्राकृतिक झरने का दृश्य देखा जा सकता है, जो सुंदरता की देखभाल करते हैं.
वैद्यनाथन शिवालय: यह धार्मिक स्थल शिवालय ऊटी में स्थित है जो शिव भक्तों के लिए धार्मिक महत्व है.
लूकआउट पॉइंट्स: यहां से प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लें और ऊटी की खूबसूरती का लुफ्त उठाएं.
Source : News Nation Bureau