पीरियड्स में टैम्पोन यूज करना हो सकता है खतरनाक, इसे लेकर क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स

पीरियड्स के दौरान टैम्पोन का उपयोग करने पर वर्ज‍िन‍िटी पर प्रभाव डालने की धारणा को लेकर कई मिथक फैली हुई हैं. डॉक्‍टरों के अनुसार, टैम्पोन का उपयोग वर्ज‍िन‍िटी खोने का कारण नहीं बनता.

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Pooja Kumari
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Using Tampons: पीरियड्स के दर्द से महिलाएं हर महीने गुजरती है. महिलाओं को पीरियड्स के दौरान मूड स्विंग्स, पीरियड्स क्रैम्प्स, पेट दर्द जैसी समसयाओं का सामना करना पड़ता है.  ऐसे में वे इस समय कंफर्टेबल महसूस करने के लिए तरह-तरह के उपाय करती हैं. बता दें कि पहले महिलाएं मेंस्ट्रुअल पीरियड के दौरान सेनेटरी नैपकिन यूज करती थीं, लेकिन टैंपोन (tampon)का जमाना आने के बाद ज्यादातर महिलाएं इसे यूज करना प्रेफर करती है. डॉक्टर्स के मुताबिक टैंपोन एक तरह के मेंस्ट्रुअल कप हैं, जो हाइजीन के मामले में सेनेटरी नैपकिन से काफी बेहतर साबित हुए हैं. आजकल कॉटन और रैयान से बने टैंपोन (tampon use) काफी पॉपुलर हो रहे हैं. लेकिन इनको लेकर महिलाओं में अभी भी काफी सारे मिथक फैले हुए हैं.

क्या कहते हैं डॉक्टर्स? 

पीरियड्स के दौरान टैम्पोन का उपयोग करने पर वर्ज‍िन‍िटी पर प्रभाव डालने की धारणा को लेकर कई मिथक फैली हुई हैं. डॉक्‍टरों के अनुसार, टैम्पोन का उपयोग वर्ज‍िन‍िटी खोने का कारण नहीं बनता. वर्ज‍िन‍िटी की अवधारणा का संबंध मुख्य रूप से योनि के हाइमन से होता है, जो कि एक पतली लेयर होती है. टैम्पोन का उपयोग हाइमन को क्षति नहीं पहुंचाता, क्योंकि हाइमन का टूटना या खिंचाव विभिन्न गतिविधियों से हो सकता है, जैसे शारीरिक व्यायाम या स्वच्छता उत्पादों का उपयोग. डॉक्‍टरों का कहना है कि टैम्पोन का सही तरीके से उपयोग करने से कोई स्वास्थ्य समस्या नहीं होती है और ये वर्ज‍िन‍िटी पर कोई असर नहीं डालता. महत्वपूर्ण है कि टैम्पोन का उपयोग करते समय सही आकार का टैम्पोन चुनें और इसे समय-समय पर बदलें, ताकि किसी प्रकार की असुविधा या संक्रमण होने से बचा जा सके.


टैंपोन यूज करने से क्या वाकई में होती है वर्ज‍िन‍िटी ब्रेक?  

बता दें कि टैंपोन वजाइना से ब्लीडिंग को रोकने के लिए एक प्रोटेक्शन है. इसकी शेप की बात करें तो ये आकार में काफी छोटा होता है, जिसके कारण ये वेजाइनल ओपनिंग में पूरी तरह फिट हो जाता है और ब्लड बाहर निकलने की बजाय इसमें स्टोर होता रहता है. जानकारी के मुताबिक टैंपोन फाइबर, कॉटन और रेयान फाइबर जैसे मटेरियल से बनते हैं और ये हमारे स्किन को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचाते हैं. इससे हाइमन को बिल्कुल नुकसान नहीं पहुंचता. दूसरी तरफ हेल्थ एक्सपर्ट ये भी कहते हैं कि हाइमन का टूटना और वर्जिनिटी ब्रेक होना दोनों ही अलग-अलग बात है. बता दें कि हाइमन वजाइना के अंदर एक पतली लेयर है, जो कई बार हार्ड एक्सरसाइज, साइकिलिंग, क्लिंबिंग करते समय टूट सकती है. इसलिए हाइमन के ब्रेक होने का वर्जिनिटी लूज होने से कोई कनेक्शन नहीं है. इस संबंध में किसी भी तरह की चिंता या सवाल के लिए, अपने डॉक्टर से सलाह लें.  इससे आप सही जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और अपने स्वास्थ्य को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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Using Tampons Tampons benefits
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