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क्या है कार्डियक अरेस्ट? CPR की मदद से कैसे करें बचाव, जानें पूरी डिटेल्स

कार्डियक अरेस्ट एक गंभीर स्थिति है, जिसमें दिल अचानक से धड़कना बंद कर देता है. इसमें अचानक बेहोशी, सांस की समस्या, और दिल की धड़कन की कमी महसूस होना आदि कार्डियक अरेस्ट के लक्षण है.  ऐसे में इसे इग्नोर न करें, बल्कि तुरंत डॉक्टर से सलाह लें.

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Pooja Kumari
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Cardiac arrest: कार्डियक अरेस्ट एक गंभीर स्थिति है, जिसमें दिल अचानक से धड़कना बंद कर देता है. बता दें कि ये स्थिति अत्यंत गंभीर होती है और कई बार ऐसी स्थिति में यदि समय पर इलाज न करवाया जाए, तो व्यक्ति की मौत भी हो सकती है. जानकारी के मुताबिक कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक दोनों में हीअलग-अलग स्थिति है. हार्ट अटैक तब होता है जब दिल की धमनियों में रक्त का प्रवाह रुक जाता है, जिससे दिल की मांसपेशियों को ऑक्सीजन नहीं मिल पाता. इसके परिणामस्वरूप दिल की मांसपेशियों को काफी नुकसान पहुंचती है. जबकि कार्डियक अरेस्ट में दिल की धड़कन पूरी तरह से रुक जाती है, जिससे रक्त का प्रवाह और ऑक्सीजन शरीर के अन्य अंगों तक नहीं पहुंच पाता.

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ऐसे करें उपचार

बता दें कि कार्डियक अरेस्ट अक्सर अचानक होता है. डॉक्टर्स के मुताबिक अचानक बेहोशी, सांस की समस्या, और दिल की धड़कन की कमी महसूस होना आदि कार्डियक अरेस्ट के लक्षण है.  ऐसे में इसे इग्नोर न करें, बल्कि तुरंत डॉक्टर से सलाह लें. कार्डियक अरेस्ट से बचने के लिए समय पर CPR (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) और AED एईडी (ऑटोमैटेड एक्सटर्नल डिफाइब्रिलेटर) का उपयोग किया जाना चाहिए. कार्डियक अरेस्ट को रोकने और समय पर इलाज करने के लिए लोगों को इसकी पहचान और प्राथमिक चिकित्सा के बारे में जागरूक रहना चाहिए. डॉक्टर नियमित चेक-अप और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की सलाह देते हैं ताकि कार्डियक अरेस्ट के खतरे को कम किया जा सके. बता दें  CPR (Cardiopulmonary Resuscitation) एक आपातकालीन प्रक्रिया है, जिसका उपयोग तब किया जाता है जब किसी व्यक्ति का दिल धड़कना अचानक बंद कर देता है या वह सांस नहीं ले पा रहा होता.  इसमें तीन मुख्य चरण होते हैं: पहले, देखें कि व्यक्ति होश में है या नहीं और मदद के लिए कॉल करें. फिर, छाती के बीच में हाथ रखकर जोर से और तेजी से दबाव डालें (Chest Compressions). इसके बाद, व्यक्ति को सांस देने के लिए उसके मुंह पर मुंह रखकर धीरे-धीरे सांस दें (Rescue Breaths). ये प्रक्रिया तब तक दोहराएं जब तक मेडिकल मदद न पहुंच जाए. सही समय पर CPR किसी की जान बचा सकता है. 

क्यों होता है कार्डियक अरेस्ट?

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स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि कार्डियक अरेस्ट से बचने के लिए हमें अपने दिल का खास ध्यान रखना होता है. इसके लिए हमें हेल्दी डाइट, रोजाना व्यायाम और तनाव से बचाव इस खतरे को कम कर सकते हैं. कार्डियक अरेस्ट के लक्षण दिखने पर आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने चाहिए. आज की इस भाग-दौड़ भरी लाइफस्टाइल के चक्कर में अधिकतर लोग इन बीमारियों का शिकार हो रहे हैं. बता दें कि वयस्कों में कार्डियक अरेस्ट दिल के दौरे के कारण भी होता है,  क्योंकि जिस व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ता है, उसकी हृदय गति खतरनाक हो सकती है. जिससे कार्डियक अरेस्ट की संभावना बढ़ जाती है. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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