Hotel VS Motel: जब भी हम किसी जगह पर घूमने जाते है, तो हमारे मन में सबसे पहली बात क्या आती है. कि कहां घूमने जाना है, रुकेंगे कहां, जाएंगे कैसे, सामान क्या क्या लेना है. वहीं इन सब में रुकने वाली जो बात है वो सबसे जरूरी है कि रुकेंगे कहां. इसमें हमारे दिमाग में एक बात आती है कि हम होटल में रुक लेंगें. वहीं अगर होटल नहीं होगा तो हम धर्मशाला में रुक लेंगें. वहीं अगर रुकने की जगह अच्छी हो, तो ट्रिप काफी ज्यादा मजेदार हो जाती है. वहीं कई जगह होटल की जगह हमें मोटल सुनने में मिलते है, लेकिन ये होते क्या है. ये शायद ही किसी को पता होगा. आइए इसके बारें में आपको बताते है.
मोटल में बेसिक चीज
होटल में आपको कई तरह की सुविधाएं मिलती है. वहीं जो मोटल होता है. वह सिर्फ रात गुजारने के लिए होता है. होटल में आपको जैसे हर चीज मिलती है. वहीं मोटल में आपको सिर्फ बेसिक चीज ही मिलती है.
मोटल होते है बजट फ्रेंडली
जो होटल होते है वो काफी महंगे होते है. जब्कि जो मोटल होते है. वो आपके बजट में होते है. ये बजट फ्रेंडली होते है.
मोटल हाईवे पर होते है
अगर आप किसी शहर में घूमने के लिए जाते है. तो वहां आपको सिर्फ होटल ही मिलेंगे ना कि मोटल. वहीं जो मोटल होते है वो आपको हाईवे या फिर सड़क पर मिलते है. मोटल का कॉन्सेप्ट पुराने समय की सराय से बना है, जो यात्रा करने वाले यात्रियों को रात में ठहरने की सुविधा देते थे. मोटल का मतलब मोटर लॉज से है. यानी ऐसी जगह जहां आपके साथ-साथ आपके वाहने को भी पार्क करने की सही सुविधा मिले.
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रुकने का टाइम
होटल में हम एक हफ्ते तक भी रुक सकते हैं. लेकिन मोटल जो होता है उसमें आप सिर्फ एक या दिन तक ही रुक सकते हैं.
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