Advertisment

खूबसूरती और फिगर को देखकर नहीं, बल्कि इस चीज को देखकर आकर्षित होते हैं महिला और पुरुष

फ्रांस की लैंगिक समानता मंत्री मार्लीन स्किआपा ने इंटरव्यू में बताया था कि वे सेपियोसेक्शुअल हैं. अब इसे समझना जरूरी है कि आखिर ये होता है क्या है, क्या ये एबनॉर्मल है. इससे कोई दिक्कत वाली बात है?

author-image
Priya Gupta
New Update
what is Sapiosexual

photo-social media

Advertisment

What is Sapiosexual: आपने बायसेक्सुअल, और होमो सेक्सुअल के बारे में तो आपने सुना ही होगा. ये दोनों जेंडर काफी नॉर्मल हैं. लेकिन इन दिनों एक और टर्म सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसे सेपियोसेक्शुअल (Sapiosexual) कहते हैं. फ्रांस की लैंगिक समानता मंत्री मार्लीन स्किआपा ने इंटरव्यू में बताया था कि वे सेपियोसेक्शुअल हैं. अब इसे समझना जरूरी है कि आखिर ये होता है क्या है, क्या ये एबनॉर्मल है. इससे कोई दिक्कत वाली बात है?

इन चीजों से होते हैं आकर्षित

दरअसल, सेपियोसेक्शुअल (Sapiosexual) एक ऐसे व्यक्ति को कहते हैं जो एक बुद्धिमान और बौधिक क्षमता को देखकर आकर्षित होते हैं. ये दोनों जेंडर में हो सकता है. एक पुरुष किसी ऐसी महिला की तरफ आकर्षित होते हैं जो जीनियस हो, स्मार्ट हो या कह सकते हैं जिसके पास नॉलेज हो.सेपियोसेक्शुअल का मानना है कि महिला की सुंदरता उसकी बुद्धि और ज्ञान से होती है. उसका लुक, शरीर की बनावट से उसे कोई मतलब नहीं होता है.

ठीक उसी तरह किसी महिला को भी ऐसे पुरुष से आकर्षण होता है, जो काफी इंटेलीजेंट और समझदार होते हैं. वो कैसे दिखता है कितना हैंडसम हैं इससे आकर्षित न होकर उनकी ज्ञान से प्रभावित होते हैं. यानी वो लोग जो किसी की बौद्धिक क्षमता को देखकर उसके तरफ शारीरिक और भावनात्मक रूप से आकर्षित होते हों. सपोसेक्सुअल्स लोग  बाहरी खूबसूरती या स्टाइल देखकर आकर्षित नहीं होते है.  उनकी चतुराई और बौद्धिक समझ पर फिदा होते हैं

क्या ये एक भेद-भाव है

एक अमेरिकी कंपनी मरियम-वेबस्टर, इंक इसे इस तरह से बताता है कि वैसी अवस्था जिसमें इंसान अपने दिल को दिमाग से अलग रखता है. यू तो डेटिग ऐप का इस्तेमाल आजकल आम बात है लेकिन Sapiosexuals को रखकर भी अब ऐप बनाई जा रही हैं, ऐसी ही एक ऐप है सेपो-इंटेलिजेंट. हालांकि Sapiosexual के सेक्शुअल ओरिएन्टेशन  को लेकर ये सवाल भी उठाया जाता है कि ये एक ऐसा वर्ग है जो बौद्धिक स्तर पर भेद-भाव करने को बढ़ावा देता है.

ये ठीक वैसा ही है जैसे किसी के चेहरे के रंग को देखकर उससे बेहतर और खराब मानना. किसी की बौद्धिक क्षमता किस क्षेत्र में कैसी है यह कोई कैसे तय कर सकता है. हालांकि ये फिलहाल एक बहस का मुद्दा बना हुआ है. लेकिन सेपियोसेक्सुअल का टर्म यही है, जिसे परिभाषित किया गया है.

ये भी पढ़ें-आपके यौन जीवन को तबाह कर देगा एस्ट्रोजन हार्मोन्स का असंतुलन, जानें संतुलन रखने के तरीके

ये भी पढ़ें-Air pollution: पॉल्यूशन के खतरे को करना है कम तो खाएं विटामिन-डी से भरपूर डाइट

bisexual Kanpur astrologer Homosexual bisexual
Advertisment
Advertisment
Advertisment