हमारे शरीर की काफी सारी चीजें बेसिक नीड होती है. जैसे की खाना-पीना, प्यार और संबंध बनाना. वहीं हर रिलेशन में प्यार के बाद एक ना एक दिन तो कपल इंटिमेट होते ही है. वहीं काफी सारे कपल्स रोजाना संबंध बनाने की जगह कुछ दिन छोड़ कर संबंध बनाते है, वहीं कुछ लोग ऐसे होते है जो कि रोजाना संबंध बनाते है. लेकिन क्या आप जानते है कि अगर आप रोजाना संबंध बनाते है तो इसका आपकी लाइफ पर क्या असर पड़ेगा. हाल ही में एक रिपोर्ट में सामने आया है कि उसका हमारे शरीर पर काफी असर पड़ता है ना सिर्फ शारिरिक बल्कि मानसिक और भावनात्मक भी. वहीं एक्सपर्ट के मुताबिक इसके नुकसान के अलावा काफी फायदे भी है. आइए आपको विस्तार से बताते है.
क्या है इसके फायदे
एक्सपर्ट के मुताबिक रोजाना संबंध बनाने से काफी फायदे मिलते हैं, जैसे की दिल की बीमारी में सुधार, स्ट्रेस, ब्लड फ्लो अच्छा होता है. साथ ही इससे आपका रिश्ता मजबूत होता है. एक्सपर्ट बताते है कि इसको एक्सरसाइज के तौर पर भी देखा जाता है. जो कि मेंटल, फिजिकल और साइकोलॉजिकल असर डालता है.
शरीर के संक्रमण से लड़ना
एक्सपर्ट के मुताबिक इंटिमेट होने से शरीर में संक्रमण से लड़ने के लिए आवश्यक इम्युनोग्लोबुलिन बनता है, जो आपके इम्यून सिस्टम को काफी अच्छा बनाता है. सेक्स के दौरान एंडोर्फिन भी रिलीज होता है, जो एक पेन कीलर की तरह काम करता है. ये माइग्रेन और गठिया के कारण होने वाले दर्द को कम कर सकता है. एक्सपर्ट के मुताबिक रेगुलर सेक्सुअल एक्टिविटी पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को मजबूत कर सकता है, जो महिलाओं के लिए फायदेमंद है. रेगुलर इंटिमेट से ब्लड फ्लो और हार्मोनल बैलेंस होता है. इससे वजाइनल लुब्रिकेशन और इलास्टिसिटी बढती है. जिसका फायदा मेनोपॉज के बाद देखने को मिलता है. ऐसी महिलाओं को मेजोपॉज से जुड़ी समस्याएं कम परेशान करती हैं. सेक्सुअल एक्टिविटी से ऑक्सीटोसिन और एंडोर्फिन निकलते हैं, जो तनाव को कम करते हैं और खुश होने का एहसास कराते हैं. रेगुलर इंटिमेट होने से मूड अच्छा हो सकता है और सेरोटोनिन और डोपामाइन जैसे हार्मोन के कारण डिप्रेशन और स्ट्रेस में कमी आ सकती है.
हार्मोन पर क्या असर
एक्सपर्ट के मुताबिक हर दिन इंटरकोर्स से परफॉर्मेंस प्रेशर बढ सकता है, जो एंजाइटी में बदल सकता है. ये मेंटल हेल्थ पर नकारात्मक असर डाल सकता है. वहीं अगर आप रोजाना इंटिमेट होते है, तो इससे आपके शरीर में कुछ हार्मोनल चेंज हो सकते हैं. जिससे कि शरीर में ऑक्सीटॉसिन हार्मोन रिलीज होता है, जो एक लव हार्मोन है. इससे पार्टनर के बीच बॉन्डिंग बढती है. सेक्सुअल एक्टिविटी के दौरान एंडोरफिन हार्मोन रिलीज होता है, जिससे दर्द कम होता है. इसके अलावा टेस्टोस्टेरोन हार्मोन रिलीज होने से एनर्जी लेवल और बढता है. रेगुलर सेक्सुअल एक्टिविटी से एस्ट्रोजेन और प्रोजस्टेरॉन भी बढता है. जो महिलाओं में हार्मोनल बैलेंस के लिए जरूरी है. ये पीरियड्स हेल्थ और मूड ठीक रखने में मदद करता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)