Twin Pregnancy: जब भी कोई महिला गर्भधारण करती है तो उसके मन में एक सवाल जरूर आता है कि उसके गर्भ में कहीं जुड़वा बच्चे तो नहीं है. ऐसे में महिलाओं को ये जानने की जिज्ञासा जरूर रहती है कि जुड़वा बच्चे होने का क्या कारण होता है, महिलाएं जुड़वा बच्चे क्यों पैदा करती हैं, जुड़वा बच्चे कैसे बनते हैं, क्या जुड़वां बुद्धिमान होते हैं? एक रिर्पोट के अनुसार हर 250 प्रेगनेंट महिलाओं में से एक महिला को Twins baby यानि जुड़वा बच्चे होने की संभावना होती है. महिलाएं अक्सर सर्च इंजन पर इन सवालों के जवाब भी खोजती रहती हैं कि जुड़वा बच्चे किस कारण होते हैं, जुड़वा बच्चे लड़का-लड़का होने के लक्षण क्या होते हैं, जुड़वा बच्चे पैदा करने के लिए क्या खाएं? तो आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से.
क्या है मल्टिपल प्रेगनेंसी
एक से ज्यादा बच्चों को जन्म देने की घटना मेडिकल टर्म में मल्टिपल प्रेगनेंसी कहा जाता है. इसमें किसी महिला के गर्भ में दो या उससे ज्यादा बच्चे हो सकते हैं. महिला के एक ही एग या अलग-अलग एग्स की वजह से ऐसी घटना होती है.
महिलाएं जुड़वा बच्चे क्यों पैदा करती हैं?
सरल भाषा में समझे तो जब महिला के दो अलग-अलग एग गर्भ में फर्टिलाइज हो जाएं या जब एक फर्टिलाइज्ड एग दो भ्रूण में बंट जाता है तो जु़ड़वा बच्चे पैदा होते हैं. इसे ऐसा समझा जा सकता है कि जब किसी महिला के एक ही एग से जुड़वा या ज्यादा बच्चे पैदा होते हैं तो उन्हें आइडेंटिकल कहते हैं. महिला के एक एग का पुरुष के एक स्पर्म से फर्टिलाइज होने के बाद ही ऐसा होता है. वहीं किसी कारण से फर्टिलाइज्ड एग दो या ज्यादा हिस्सों में बंट जाता है. वहीं जिन महिलाओं के अलग-अलग एग से बच्चे पैदा होते हैं तो उसे फ्रेटरनल कहते हैं. जब महिला के दो या ज्यादा एग किसी पुरुष के अलग-अलग स्पर्म से फर्टिलाइज होते हैं तब ऐसा होता है.
जुड़वा बच्चे पैदा होने के कारण
अमेरिकन कॉलेज ऑफ ऑब्स्टेट्रिक्स एंड गायनोकोलॉजी में पब्लिश स्टडी रिपोर्ट में जुड़वा बच्चे पैदा होने के कई कारण बताए गए. रिर्पोट के अनुसार 30 या उससे BMI (बॉडी मास इंडेक्स) मतलब वजन वाली महिलाओं में जुड़वा बच्चे होने का चांस ज्यादा रहता है.
IVF कराने वाली महिलाओं में ज्यादा चांस
जो महिलाएं गर्भ धारण करने के लिए IVF की मदद लेती हैं, उनके जुड़वा बच्चे पैदा होने के चांस ज्यादा रहते हैं. इसके अलावा किसी की फैमिली में पहले से ही फ्रेटरनल ट्विन्स कि हिस्ट्री हो तो ऐसे लोगों के जुड़वा बच्चे होने के चांस रहते हैं. जब कोई महिला फर्टिलिटी ट्रीटमेंट से कंसीव करती है तो भी इसके चांस हाई रहते हैं. एक सबसे जरूरी बात जो जिन महिलाओं की उम्र 35 या उससे ज्यादा है तो ट्विंस के चांस ज्यादा रहते हैं.
क्या होते हैं जुड़वा बच्चे होने के लक्षण?
भ्रूण का ज्यादा जगह घूमना
सामान्य से ज्यादा वेट गेन
बहुत ज्यादा मॉर्निंग सिकनेस होना
ब्लीडिंग और स्पॉटिंग प्रॉब्लम्स
बहुत ज्यादा भूख लगना
थकान से बार-बार यूरिन आना
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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