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पीरियड्स पैन से छुटकारा दिलाएंगे ये योगासन, शुरुआती 3 दिनों तक करने से मिलेगी राहत

योग वह साधन है जो आपको तन और मन से मजबूत बनाता है. इसके साथ ही पीरियड्स पेन और क्रैंप से छुटकारा भी दिला सकता है. अगर आप चाहती हैं कि पीरियड्स पेन से स्थायी रूप से छुटकारा मिले तो एक्सपर्ट के बताए कुछ आसान योग को अपने जीवन में उतार लें.

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Neha Singh
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पीरियड्स में आसन

पीरियड्स में आसन

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Yoga for Period Pain and Cramps: पीरियड के दौरान अक्सर सभी महिलाओं को खासी परेशानी होती है. पीरियड आने से कुछ दिन पहले और बाद तक पेट में असहनीय दर्द और क्रैंप का सामना उन्हें करना पड़ता है. कुछ महिलाओं में यह दर्द इनर थाई तक पहुंच जाता है. कई महिलाओं को सिर दर्द, मतली आना, उल्टी, चक्कर भी आना शुरू हो जाते हैं. ऐसे में योग वह साधन है जो आपको तन और मन से मजबूत बनाता है. इसके साथ ही पीरियड्स पेन और क्रैंप से छुटकारा भी दिला सकता है. अगर आप चाहती हैं कि पीरियड्स पेन से स्थायी रूप से छुटकारा मिले तो एक्सपर्ट के बताए कुछ आसान योग को अपने जीवन में उतार लें. यहां हम आपके लिए कुछ ऐसे ही आसन लेकर आएं है जिन्हें आपको पीरियड्स के शुरुआती 3 दिनों तक करना है. इससे आपको बहुत फायदा मिलेगा.

कैट एंड काऊ पोज

  • योगा मैट बिछा लें और घुटनों के बल खड़े हो जाएं.
  • अब आगे की झुकते हुए हथेलियों को जमीन पर टिकाएं.
  • इस दौरान दोनों हथेलियों को ठीक कंधे के नीचे रखें.
  • दोनों घुटनों में भी थोड़ी दूरी बनाकर रखें.
  • गर्दन और रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें और गहरी सांस लें.
  • सांस छोड़ते हुए रीढ़ की हड्डी को ऊपर की तरफ मोड़ें और नीचे देखें.
  • ऐसा कम से कम 5 बार दोहराएं.

कैट एंड काऊ के फायदे

यह आसन आपके पेट और पीठ की मांसपेशियों को खींचता है और मजबूत करता है, इससे पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द में राहत मिलती है. इससे ब्लड सर्कुलेश बेहतर होता है

बालासन

  • योगा मैट पर वज्रासन में बैठ जाएं.
  • अब सांस अंदर लेते हुए दोनों हाथों को सीधा सिर के ऊपर उठा लें.
  • ध्यान रहे इस दौरान हथेलियां नहीं जोड़नी हैं.
  • अब सांस बाहर छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें.
  • तब तक आगे झुकते रहें जब तक की आपकी हथेलियां जमीन पर नहीं टिक जाती है.
  • अब सिर को जमीन पर टीका लें.
  • इस मुद्रा में आप शरीर को रिलैक्स करें.

बालासन के फायदे

इस आसन को करने से भी पेट के क्षेत्र में खींचाव होता है, प्रजनन अंग सक्रिय होते हैं. पेल्विक क्षेत्र में रक्त प्रवाह में सुधार होता है.

हैप्पी बेबी पोज

  • पीठ के बल चटाई पर सीधे लेट जाएं.
  • रीढ़ की हड्डी इस दौरान बिल्कुल सीधी रहेगी.
  • इसके बाद दोनों टांगों को ऊपर की ओर उठाएं. जैसे छोटे बच्चे उठाते हैं.
  • अब दोनों घुटने को चेस्ट के नजदीक लाएं.
  • दोनों पैरों के बीच में दूरी बनाएं.
  • दोनों हाथों से पैरों को मोड़ें, पैरों के तलवे छत की ओर रहेंगे.
  • इस योगासन के दौरान आपको गहरी सांस लेना है और धीरे-धीरे रिलीज करना है.
  • घुटनों को खींच कर चेस्ट के बगल में लाएं.

हैप्पी बेबी पोज के फायदे

इस योगासन को करने से भी पेल्विक क्षेत्र में रक्त प्रवाह में सुधार होता है इससे मांसपेशियों में क्रैम्प्स कम होता है और तनाव में कमी आती है.

नी हग पोज

  • पीठ के बल चटाई पर सीधे लेट जाएं.
  • रीढ़ की हड्डी इस दौरान बिल्कुल सीधी रहेगी.
  • घुटनों को मोड़कर छाती से सटा लें.
  • कुछ देर ऐसे ही रहें.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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