Women Care: पीरियड्स से पहले या पीरियड्स के दौरान अक्सर देखा जाता है कि लड़कियां और महिलाएं चिड़चिड़ी हो जाती हैं. हर महीने उन्हें दर्द और अन्य मानसिक समस्याओं से जूझना पड़ता है. पीरियड शुरू होने से एक-दो दिन पहले से मुझे मूड स्विंग होने लगता है. बात-बात पर मन चिड़चिड़ा होने लगता है. बिना बात के ही रोने का मन करता है. तब मन में एक सवाल जरूर आता है कि आखिरकार ऐसा क्यों होता है? इस सवाल का जबाव जानने के लिए हमने कोशिश की डॉक्टर से. आइए जानते हैं इस बारे में.
प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम या पीएमएस है वजह
गाइनेकोलॉजिस्ट डॉ. अर्चना धवन बजाज ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करते हुए इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि लड़कियां और महिलाएं ये परेशानी महसूस करती हैं, वह प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम या पीएमएस है. यह बेहद आम समस्या है. लगभग 40 से 50 प्रतिशत महिलाओं को यह गंभीर रूप से और 20 से 30 प्रतिशत लोगों को हल्के रूप में प्रभावित करता है.
10 दिन पहले शुरू कर दें ये काम
पीएमएस (PMS) को नियंत्रित करने के लिए मेडिकल विकल्प हैं. लेकिन बेहतर होगा कि इसको नियंत्रित करने के लिए जीवनशैली में जरूरी बदलाव लाए जाएं. सेहतमंद जिंदगी जीना, खूब सारा फल, फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ, हरी पत्तेदार सब्जियां, सलाद आदि से भरपूर खाना खाएं. यह डाइट खासतौर से पीरियड से एक सप्ताह से लेकर 10 दिन पहले से लेना शुरू कर दें.
हल्का-फुल्का व्यायाम जरूर करें
नियमित रूप से हल्का-फुल्का व्यायाम जैसे टहलना, स्ट्र्रेंचग, योग व ध्यान आदि करें. एक्यूप्रेशर से बहुत राहत मिलती है. इसके अलावा खुद को मानसिक रूप से इस चुनौती का सामना करने के लिए तैयार करने की जरूरत है. अपने मन को समझाएं कि यह शरीर में होने वाला सामान्य बदलाव है, जो हार्मोनल बदलावों के कारण होता है और मुझे खुद ही इसका सामना करने का तरीका तलाशना होगा.
कैफीन का सेवन कम करें
कैफीन, नमक, चॉकलेट और मीठा आदि का सेवन इस दौरान कम करने से भी मदद मिलती है. पानी खूब पीना, गुनगुने पानी से नहाना और टब में गुनगुना पानी भरकर उसमें बैठने से भी पीएमस को मैनेज करने में खूब मदद मिलती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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