Advertisment

आखिर केले के पत्तों पर ही क्यों खाना खाते है साउथ के लोग, जानें इसके पीछे की वजह

भारत में अलग अलग राज्यों में अलग अलग परंपराएं है. जैसे किसी राज्य में कुछ खाते है. तो किसी राज्य में अलग डिश खाते है. इन पत्तों को पवित्र और शुद्ध माना जाता है और इसी  वजह से ज्यादातर देवताओं को केले के पत्तों में ही परोसा जाता है.

author-image
Nidhi Sharma
New Update
vitamin (6)

south indian food

साउथ इंड‍िया में या नॉर्थ इंड‍िया में भी पूजा में केले के पत्‍तों पर खाते हुए देखा होगा. इसके पीछे का क्‍या कारण है. भारत में लोग केले के पत्‍तों पर क्‍यों खाते हैं. वहीं क्या आप जानते है कि यह हमारी सेहत की लिए कितना फायदेमंद है. वहीं केले के पत्तों का काफी साल से इस्तेमाल किया जा रहा है. वहीं साउथ में ज्यादातर घरों में इन पत्तों पर ही खाना परोसा जाता है. इन पत्तों को पवित्र और शुद्ध माना जाता है और इसी  वजह से ज्यादातर देवताओं को केले के पत्तों में ही परोसा जाता है. आइये क्या है इसके पीछे की वजह बताते है. 

Advertisment

मंडप के लिए किया जाता है इस्तेमाल 

केले के पत्ते का इस्तेमाल मंडप बनाने में किया जाता है. साथ ही इसका इस्तेमाल भगवान सत्यानारायण की कथा में भी इस्तेमाल किया जाता है. वहीं केले का पेड़ घर में लगाने से इससे काफी दोष दूर होते है. 

क्या है फायदे 

Advertisment

केले के पत्तों पर गर्म खाना दिया जाता है. जिससे पत्तों में मौजूद पौषक तत्व खाने में आ जाते हैं. केले में मौजूद तत्व हेल्थ के लिए काफी लाभदायक होते है. रोजाना केले के पत्ते पर खाना खाने से फोड़े- फुंसियों की बीमारी से बचाव होता है. साथ ही इससे पेट से जुड़ी बीमारियां जैसे कब्ज, अपच, गैस की समस्याएं दूर होती है. 

केले के पत्तों में कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो कि पत्तेदार सब्जियों में पाए जाते हैं. केले के पत्ते पर खाना खाने से ये एंटीऑक्सीडेंट सीधे हमारे शरीर में जाते हैं. इनकी वजह से स्किन को लाभ मिलता है. 

जो लाभ केले खाने से मिलते हैं, वही केले के पत्तों पर खाना खाने से भी मिलते हैं.

Advertisment

प्लास्टिक से बने बर्तनों में रखा खाना हमारी हेल्थ के लिए ठीक नहीं रहता है. वहीं वैसे बर्तनों में खाना खाने के बाद सफाई के लिए साबून-सर्फ जैसे केमिकल का उपयोग किया जाता है. जो कि हमारी बॉडी के लिए हानिकार होता है. 

इसके साथ ही इसकी जो प्राइस है वो बाकि सर्विंग प्लेट से कम है. वहीं अलग अलग जगह पर इसका प्राइस कम होता है. 

साथ ही ये पत्ते वाटर प्रूफ होते है. जिस वजह से इसमें सब्जी फैलती नहीं है. 

Advertisment

साथ ही इसमें ना तो धूल चिपकती है. वहीं इन्हें धोने के बाद खाना परोसा जाता है. 

ये भी पढ़ें - क्या आपका बच्चा भी करता है टिफिन में आनाकानी, तो आज ही बनाकर दे ये टेस्टी डिश

 

banana leaves faida South Indian Food food on banana leaves south indian dosa banana leaves for cooking banana leaves prepare food on banana leaves south indian recipes in hindi South Indian Masala
Advertisment
Advertisment