Periods: पीरियड्स एक नेचुरल प्रोसेस है. यह हर महीने हर महिला को होता है. वहीं हमारी दादी-नानी के टाइम से काफी घरों में लड़कियों को ये सुनने को मिलता है कि तुम्हारे पीरियड्स चल रहे है, तो तुम इस चीज को हाथ मत लगाओं खराब हो जाएगी या फिर तुम किचन में मत जाओं तुम अशुद्ध हो. वहीं पीरियड्स के टाइम में महिलाओं को काफी सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. जैसे की कमर में दर्द, पैर में दर्द और पेट में दर्द होता है. वहीं 21वीं सदी में भी काफी लोगों के घरों में आज भी ये चीज फॉलो होती है. लेकिन क्या आप जानते है कि इसके पीछे साइंस क्या कहती है. आइए आपको बताते है इसके पीछे की साइंस.
कैसे आता है ब्लड
काफी जगह पीरियड्स के ब्लड को गंदा ब्लड कहा जाता है. लेकिन यह सिर्फ लोगों के कहने का तरीका होता है. वहीं साइंस कहती है कि शरीर का ब्लड एक जैसा होता है. किसी भी हिस्से से निकला हुआ ब्लड गंदा नहीं होता है. वहीं साइंस के मुताबिक यह ब्लड आपकी ओवरी की परत पर बनते हैं. और फिर जब वह 28 दिन में बन जाता है तो फिर टूटकर निकल जाता है.
साइंस के मुताबिक क्यों नहीं डाला जाता था आचार
पीरियड महिला की फर्टिलिटी साइकिल बताता है. वहीं अगर किसी महिला को समय पर पीरियड आ रहे है तो इसका मतलब है कि उन्हें कोई दिक्कत नहीं है. साइंस के मुताबिक पीरियड्स के दौरान महिला को किसी भी तरह के इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है. वहीं यह इंफेक्शन ज्यादा ना फैले. जिसके लिए पहले के टाइम पर महिलाओं को किचन में जाने से रोक दिया जाता था. ताकि महिलाओं को इंफेक्शन से बचाया जा सकें. वहीं कुछ रिसर्च से यह भी पता चलता है कि महिलाओं को वो 5 दिन अच्छे से आराम देने के लिए ऐसे नियम बनाए गए थे. ताकि वो अच्छे से आराम करें. साथ ही आचार के छूने से इसलिए मना किया जाता है क्योंकि उस दौरान आचार डालना एक बहुत बड़ा इवेंट होता है. आसपास की औरतें आपस में मिलकर आचार डालती थीं.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)