भारत में हर दिन लगभग 65, 797 बच्चों का जन्म होता है. वहीं पॉपुलेशन के हिसाब से देखे तो हमारा देश दुनिया में पहले नंबर पर आता है. जहां की जनसंख्या 142.86 करोड़ है. लेकिन वहीं एक देश ऐसा है जहां पर सरकार उसकी घटती आबादी से परेशान है और वहीं महिलाओं ने फैसला लिया है कि वो मां नहीं बनेगी. यहां पर ज्यादा से ज्यादा महिलाएं बच्चे पैदा नहीं करना चाहतीं. यहां सरकार द्वारा दी जा रही तमाम सुविधाओं के बाद भी महिलाएं मां नहीं बनना चाहती हैं. आइए आपको इसके बारे में डिटेल में बताते है.
क्यों नहीं बनना चाहती महिलाएं मां
यहां महिलाएं आजाद जीवन अपना रही हैं. वो बच्चों की जिम्मेदारियां नहीं उठाना चाहतीं. वैसे तो दुनिया के तमाम विकसित देशों में जनसंख्या तेजी से घट रही है, लेकिन इस लिस्ट में दक्षिण कोरिया का नाम पहले नंबर पर आता है. जहां सरकार के तमाम प्रयास भी औरतों में मां बनने की इच्छा पैदा नहीं कर पा रहे हैं.
माता-पिता बनने पर सरकार क्या देती है
दक्षिण कोरिया में जिन जोड़ों के बच्चे होते हैं, उनपर सरकार नकदी की बरसात कर देती है. उन्हें हर महीने नकदी तो दी ही जाती है साथ ही मुफ्त में मकान और टैक्सी जैसी सुविधाएं भी दी जाती हैं. साथ ही अस्पताल के बिल और आईवीएफ का खर्च भी सरकार उठा रही है. हालांकि ये सभी सुविधाएं शादीशुदा जोड़ों को ही दी जाती हैं.
ये है वो देश
हम बात कर रहे हैं दक्षिण कोरिया की जहां पर जन्म दर तेजी से घट रही है. साथ ही ये दुनिया की सबसे कम जन्म दर वाले देशों में से एक है. यहां की जन्म दर में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. साल दर साल ये देश जन्म दर गिरने के मामले में खुद ही अपना रिकॉर्ड तोड़ता है. हाल ही में जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, दक्षिण कोरिया में जन्म दर में पिछले साल के मुकाबले आठ फीसदी की गिरावट आई है. जिसके बाद ये घटकर 0.78 फीसदी रह गई है. इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले समय में इस देश की आबादी आधी रह जाएगी.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)