भोपाल में एमडी ड्रग बनाने की फैक्ट्री के खुलासे के बाद एमपी की सियासत में उफान आ गई है. 900 किलो से अधिक वजन और 1800 करोड़ रुपए कीमत वाली एमडी ड्रग की खबर ने सूबे की सियासत को हिलाकर रख दिया है. भोपाल के इंडस्ट्रीयल एरिया में ये फैक्ट्री बीते 6 महीने से चल रही थी. भोपाल की इस फैक्ट्री से नौजवानों को नशे के चंगुल में फंसाने वाला एमडी ड्रग बीते 6 महीने से भोपाल में बन भी रहा था और देश भर में सप्लाई भी हो रही थी.
एरिया में 600 से अधिक प्लॉट्स हैं
भोपाल के बगरोदा इंडस्ट्रीयल एरिया में 600 से अधिक प्लॉट्स हैं. इनमें 400 से ज्यादा प्लॉट्स पर निर्माण कर फैक्ट्रियां चल रही हैं. कुछ ऐसी भी हैं जो बंद हैं और कुछ कभी कभार चालू की जाती हैं. इस इलाके की चंद चालू फैक्ट्रियों में से एफ-63 नंबर प्लॉट की ये फैक्ट्री भी हैं. जहां बीते 6 महीने से प्रोडक्शन चालू हैं. यहां ऐसे केमिकल लाए जाते हैं, जिनसे एमडी ड्रग जैसा जानलेवा जहरीला ड्रग बनाकर देशभर में सप्लाई किया जा रहा था. हैरत की बात यह है कि इस फैक्ट्री में रोजाना 25 से 30 किलो एमडी ड्रग तैयार किया जाता था. मगर जिम्मेदार विभागों को कानों-कान खबर नहीं लगी. फैक्ट्री से जरूरी सामान जब्त करने के बाद एनसीबी और गुजरात पुलिस ने ये फैक्ट्री सील करके इसकी सुरक्षा एमपी पुलिस के हवाले कर दी है. यहां चौबीस घंटे भोपाल पुलिस तैनात की गई है.
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बीजेपी इसमें कांग्रेस को घेर रही
फैक्ट्री बगरोदा के जिस इंडस्ट्रीयल एरिया में संचालित थी, उसकी देखरेख और मॉनीटरिंग का जिम्मा औद्योगिक क्षेत्र विकास निगम यानी एकेवीएन के हवाले है. उद्योग विभाग के अफसरों ने फैक्ट्री चालू होने के बाद इसमें झांकने की भी जेहमत नहीं उठाई. इसके अलावा पुलिस इंटेलिजेंस भी फेल साबित हुई. यहां से देश भर में हो रही सप्लाई का कोई सुराग एमपी पुलिस या उसकी इंटेलिजेंस को लगा. अब सारे जिम्मेदार अफसर एनसीबी का हवाला देकर चुप्पी साधकर बैठ गए हैं. मगर इस मामले में सियासत भरपूर हो रही है. कांग्रेस ने इसमें डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा को जोड़ दिया है. मंदसौर से पकड़े गए आरोपी हरीश आंजना की तस्वीरें जारी करके बीजेपी को घेरने की कोशिश की है. बीजेपी इसमें कांग्रेस को घेर रही है.
एनसीबी और गुजरात पुलिस ने अपना काम कर दिया
फैक्ट्री और एमडी ड्रग बनाने वाला केमिकल पकड़कर एनसीबी और गुजरात पुलिस ने अपना काम कर दिया है. अब एमपी पुलिस लकीर पीटने वाली कार्यवाही करके अपनी जिम्मेदारी निभा रही है. मामले के आरोपी भोपाल के अमित चतुर्वेदी और नासिक के सान्याल बाने को गिरफ्तार किया गया है. मंदसौर से ड्रग सप्लायर हरीश आंजना की गिरफ्तारी की गई है. इसके साथ ही फैक्ट्री को किराये पर देने वाले जयदीप सिंह के नाम पर भोपाल की कटारा थाना पुलिस ने मामला दर्ज किया है. उन पर ये आरोप लगाया गया है कि किराये पर देने की सूचना थाने में नहीं दी गई. भोपाल में एमडी ड्रग की फैक्ट्री का मामला सामने आने के बाद कानाफूसी का बाजार गर्म है और इलाके में सनसनी सी महसूस की जा रही है.