Ghost Facts : भूतों को किया जा सकता है महसूस, क्या कहता है विज्ञान?

क्या आपको कभी ऐसा महसूस हुआ है कि कोई आपका पीछा कर रहा है? क्या आपको कभी ऐसा महसूस हुआ है कि कोई भूत आपका पीछा कर रहा है? कई बार ऐसे दृश्य देखने को मिलते हैं, लेकिन क्या सच में भूतों को महसूस किया जा सकता है?

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Ravi Prashant
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क्या आपको कभी ऐसा महसूस हुआ है कि कोई आपका पीछा कर रहा है? क्या आपको कभी ऐसा महसूस हुआ है कि कोई भूत आपका पीछा कर रहा है? कई बार ऐसे दृश्य देखने को मिलते हैं, लेकिन क्या सच में भूतों को महसूस किया जा सकता है? ये सवाल इसलिए अहम है क्योंकि आज भी कई लोगों के मन में ये सवाल आता है तो आज हम इस खबर में यही जानने की कोशिश करेंगे.

क्या सच में होता है भूतों का अस्तिव

भूतों का अस्तित्व और उनका अनुभव सदियों से चर्चा का विषय रहा है. हालांकि साइंस ने अब तक भूतों के अस्तित्व का कोई ठोस प्रमाण नहीं दिया है, फिर भी कई लोग अपने व्यक्तिगत अनुभवों के आधार पर यह दावा करते हैं कि उन्होंने भूतों का अभास किया है. सवाल यह उठता है कि आखिर यह "अभास" क्या है और इसका कारण क्या हो सकता है?

क्या होता है साइकोलॉजिकल प्रोजेक्शन?

भूतों के अभास का अनुभव कई बार मानसिकता, भावनात्मक स्थिति, और वातावरण पर आधारित होता है.जब कोई व्यक्ति किसी अज्ञात स्थान या किसी पुराने, सुनसान इलाके में होता है, तो उसके दिमाग में अनजाना डर और कल्पनाएं घर कर जाती हैं. ऐसी स्थितियों में ब्रेन अक्सर भयभीत होकर कुछ काल्पनिक धारणाएं बना लेता है, जो व्यक्ति को वास्तविक अनुभव प्रतीत होती हैं। इस मानसिक अवस्था को 'साइकोलॉजिकल प्रोजेक्शन' के नाम से भी जाना जाता है.

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क्या नींद में होते हैं कुछ ऐसा?

इसके अलावा नींद में आने वाले हल्के भ्रम और आंशिक जागरूकता की स्थिति में भी भूतों के अभास की घटना अधिक होती है. इसे 'स्लीप पैरालिसिस' कहा जाता है, जिसमें व्यक्ति आधे जागे और आधे सोए होते हैं, और उनके दिमाग में डरावनी छवियां उभर सकती हैं. यह स्थिति अक्सर भूतों का अनुभव होने का भ्रम पैदा करती है.

क्या कहता है साइंस?

वातावरणीय और भौतिक कारण भी भूतों के अभास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. कुछ वैज्ञानिक अध्ययनों ने बताया है कि कम आवृत्ति की ध्वनियां, जिन्हें "इन्फ्रासाउंड" कहा जाता है, मस्तिष्क को भ्रमित कर सकती हैं और व्यक्ति को ऐसा महसूस करा सकती हैं कि उनके आस-पास कुछ अदृश्य शक्ति मौजूद है. इसी तरह, धूल भरे, पुराने घरों में हवा के हिलने-डुलने से भी कई बार आवाजें उत्पन्न हो सकती हैं, जो भय का कारण बन सकती हैं.

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