इस देश में ही हुआ था पेन का आविष्कार. इस देश को मिले हैं 13 नोबल प्राइज. यहां मौजूद है यूरोप की तीसरी सबसे बड़ी इमारत. यहां पर कई राजाओं ने शासन किया. यह इतना खूबसूरत देश है कि जितने यहां पर लोग नहीं रहते उससे ज्यादा टूरिस्ट हर साल इसे देखने और घूमने आते हैं. एक ऐसा खूबसूरत देश जहां पहला बच्चा करने पर मिलते हैं पूरे ₹50 लाख रुपए. एक ऐसा विकसित देश जहां दूसरा बच्चा करने पर मिलते हैं 20 लाख रुपए. एक ऐसा देश जहां पुरुषों के मुकाबले महिलाओं की संख्या काफी ज्यादा है. यहां तीसरा बच्चा करने पर फिर से ₹10 लाख रुपए. इस देश की आबादी लगातार घटती जा रही है, जिस वजह से यहां बच्चे करने के लिए लाखों रुपए माता-पिता को सरकार दे रही है.
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इस देश में जितने बच्चे करेगा, उसे उतनी ही सुविधाएं दी जाएंगी
जो इस देश में जितने बच्चे करेगा, उसे उतनी ही सुविधाएं दी जाएंगी. यह सब पिछले 10 सालों से इस देश में हो रहा है. फिर भी यहां के लोग परिवार बढ़ी नहीं रहे, क्योंकि यहां पुरुषों की भी कमी है और लोग अपने करियर पर ज्यादा ध्यान देते हैं. इसके अलावा इस देश की खूबसूरत इमारतें साफ सड़कें और इतिहास काफी ज्यादा दिलचस्प हैं. यहां पर 1 करोड़ 60 लाख सैलानी हर साल घूमने आते हैं. यहां बहुत सारी ऐसी जगह हैं जहां लोग इकट्ठे होकर साथ नहाते हैं, जो कि यहां की एक पुरानी परंपरा भी है. यहां के चर्च और महल देखने योग्य हैं. दोस्तों हम बात कर रहे हैं हंगरी देश के बारे में. यूरोप के नक्शे के बिल्कुल बीचों बीच इस देश में पिछले कई सालों से जनसंख्या का ना बढ़ना परेशानी की बात रही है. जिस वजह से यहां पर काम करने और रहने के लिए दूसरे देशों से आए हुए लोगों की गिनती लगातार बढ़ती ही जा रही है. कम जनसंख्या मतलब कम काम करने वाले लोग, जिससे देश की कमाई भी कम हो रही है. इसीलिए हंगरी में बहुत से ऐसे लोग हैं, जो यहां के मूल निवासी नहीं हैं.
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जो परिवार ज्यादा बच्चे करेगा उसे उतने ही ज्यादा पैसे और सुविधाएं दी जाएंगी
10 साल पहले हंगरी में एक बड़ी घोषणा करी गई थी, जिसमें जो परिवार ज्यादा बच्चे करेगा उसे उतने ही ज्यादा पैसे और सुविधाएं दी जाएंगी. यह घोषणा देश की जनसंख्या बढ़ाने का एक तरीका है, जो यहां कारगर साबित भी नहीं हुआ. क्योंकि यहां के लोगों ने जनसंख्या उतनी तेजी से बढ़ाई ही नहीं जितनी घोषणा के बाद बढ़नी चाहिए थी. यही वजह है कि यहां की सरकार देश के लोगों को जनसंख्या बढ़ाने को प्रेरित कर रही है. इस क्रम में सरकार देशवासियों के लिए नई-नई स्कीम भी लेकर आती है. लेकिन अभी तक सरकार कोई भी वांछित परिणाम नहीं देख पाई है.