जापान में एक 100 साल पुरानी घड़ी मार्च 2011 में आए भूकंप की वजह से बंद हो गई थी. पिछले दस साल से यह बेहद पुरानी घड़ी अपने सही समय आने का इंतजार कर रही थी. बता दें कि 2011 में आए भूकंप से मची तबाही में यह घड़ी भी शिकार बन गई थी लेकिन फरवरी 2021 में आया भूकंप इस घड़ी को जीवनदान दे गया. बता दें कि मार्च 2011 में जापान के उत्तर-पूर्वी तट पर एक भयानक भूकंप आया था, जिसकी वजह से सुनामी की तेज लहरें उठी थीं. 2011 में आई इस आपदा की वजह से 18 हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई थी. जापान के यमामोटो इलाके में एक बौद्ध मठ है इसमें एक 100 साल पुरानी विशाल घड़ी लगी हुई थी लेकिन आपदा में यह बंद हो गई थी. सभी ने इस घड़ी के ठीक होने की आशा छोड़ दी थी.
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13 फरवरी 2021 में क्षेत्र में दोबारा भूकंप आने पर घड़ी अपनेआप ठीक हो गई
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 13 फरवरी 2021 में क्षेत्र में दोबारा भूकंप आने पर घड़ी अपने आप ठीक हो गई. लोगों का कहना है कि घड़ी के ठीक होने से दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ने को प्रेरणा मिली है. बता दें कि 2011 के भूकंप के बाद आई सुनामी की लहरों का पानी मठ के भीतर घुस गया था और उसकी वजह से मठ में सब कुछ तबाह हो गया था. उस घटना में सिर्फ मठ के खंभे और छत बच पाई थी. जापान को उस आपदा से उबरने में काफी समय लग गया था. मठ प्रमुख और घड़ी के मालिक बंसुन सकानो (58) ने हालात सुधरने पर मलबे से घड़ी ढूंढ निकाली थी. उन्होंने उस घड़ी को ठीक करने की काफी कोशिश की लेकिन वह उसे ठीक नहीं कर पाए.
घड़ी निर्माता सेइको के एक प्रतिनिधि का कहना है कि 2011 में आई आपदा के बाद घड़ी के पेंडुलम ने काम करना बंद कर दिया था और 2021 में आए भूकंप के झटके की वजह से घड़ी दोबारा चलनी शुरू हो गई. वहीं उनका कहना है कि दूसरी संभावना यह भी लग रही है कि घड़ी के अंदर जमी धूल हटने की वजह से वह फिर से चलने लग गई हो.
HIGHLIGHTS
- मार्च 2011 में जापान के उत्तर-पूर्वी तट पर एक भयानक भूकंप आया था, जिसकी वजह से सुनामी की तेज लहरें उठी थीं
- मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 13 फरवरी 2021 में क्षेत्र में दोबारा भूकंप आने पर घड़ी अपने आप ठीक हो गई