दुनिया के सबसे धनी लोगों में से एक अमेरिका के बिल गेट्स साल 2011 में बिहार पहुंचे थे. माइक्रोसॉफ्ट के फाउंडर बिल गेट्स अपनी पत्नी मेलिंडा गेट्स के साथ पटना के नजदीक जमसौत मुसहरी गांव आए थे. यहां आकर उन्होंने एक साल की नन्ही बच्ची को अपनी गोद में उठाया और उसे अपनी बेटी बताते हुए खूब प्यार-दुलार दिया. वही एक साल की बच्ची रानी अब 11 साल की हो चुकी है, लेकिन आज भी वह परिवार और गांव के मौजूदा हालातों की वजह से स्कूल नहीं जा पाती. रानी से स्कूल को लेकर जब भी कोई सवाल किया जाता है तो वह मुस्कुराते हुए ही जवाब देती है और बताती है कि वह पढ़ना चाहती है लेकिन मजबूरी की वजह से पढ़ नहीं पाती है.
आज के इस आधुनिक समय में भी बिहार के मुसहरी गांव के ज्यादातर लोग अनपढ़ हैं. इस गांव में रहने वाली नई पीढ़ी के बच्चों के लिए यहां सिर्फ एक सरकारी प्राइमरी स्कूल है और एक आंगनबाड़ी केंद्र है. गांव वालों ने बताया कि 23 मार्च 2011 को बिल गेट्स जब अपनी पत्नी के साथ यहां आए थे तो उन्होंने मुसहरी गांव के विकास का वादा किया था. लेकिन उस दिन के बाद से इस गांव में बिल गेट्स तो दूर उनकी संस्था का कोई अधिकारी भी नहीं आया. मुसहरी गांव में रहने वाले रानी के परिवार की तरह ही बाकी परिवार भी जबरदस्त आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं.
गांव वाले बताते हैं कि मेलिंडा गेट्स ने उस वक्त 1 साल की रानी को अपनी गोद में बैठाकर खिलाया भी था. इसके बावजूद वह चाहकर भी स्कूल नहीं जा पाती. बताते चलें कि बिल गेट्स फाउंडेशन ने साल 2010 में बिहार सरकार के साथ स्वास्थ्य सुधार के लिए एक समझौता किया था. हालांकि, रानी का मुसहरी गांव करीब 10 साल बाद भी विकास का इंतजार कर रहा है क्योंकि 23 मार्च 2011 के बाद से न तो यहां बिल गेट्स आए और न ही उनकी संस्था का कोई अधिकारी गांव वालों का चेहरा देखने आया.
HIGHLIGHTS
- 23 मार्च 2011 को बिहार के मुसहरी गांव आए थे बिल गेट्स
- मेलिंडा गेट्स ने 1 साल की रानी को गोद में लेकर खिलाया था
- आज आर्थिक तंगी की वजह से स्कूल नहीं जा पाती रानी
Source : News Nation Bureau