हाल ही में हुए रिसर्च में सामने आया है कि भारतीय लोगों ने अपने ऑफिस में पोर्न देखने के लिए एक ही डिवाइस का उपयोग किया है. केसपर्सकी वेबसाइट ने खुलासा किया है कि
18 प्रतिशत से अधिक लोग उनकी कंपनी द्वारा उन्हें जारी किए गए उपकरणों पर पोर्न देखते हैं. वहीं 33 प्रतिशत से अधिक लोग अपने निजी उपकरणों का उपयोग करते हैं जो ऑफिस के काम के लिए इस्तेमाल किया जाता है. लॉकडाउन के दौरान इसकी संख्या बढ़ गई है.
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गौरतलब है कि लॉकडाउन के कारण आईटी क्षेत्र के अधिकांश लोग घर से ही काम कर रहे हैं. अब सामने आया है कि लोग ऑफिस के काम के दौरान पॉर्न देखने के लिए अपने ऑफिस के लैपटॉप का उपयोग कर रहे हैं. दूसरी तरफ महाराष्ट्र पुलिस ने कहा है कि पोर्न (अश्लील) साइट देखने वाले लोगों को साइबर ठग धन उगाही वाले मेल भेज रहे हैं और ऐसे मामले तेजी से बढ़े हैं. राज्य पुलिस की साइबर शाखा ने बताया कि ठग ऐसे लोगों को ईमेल भेज रहे हैं जो वेबसाइट्स पर अश्लील विषयवस्तु देखते हैं और उनसे फिरौती के तौर पर बिटक्वाइन की मांग करते हैं. भुगतान नहीं करने पर अश्लील वेबसाइट देखते हुए उनका वीडियो सार्वजनिक करने की धमकी देते हैं.
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महाराष्ट्र साइबर अपराध शाखा के पुलिस अधीक्षक बालसिंह राजपूत ने कहा कि ठग पोर्न वेबसाइट पर कुछ मालवेयर (ऐसा साफ्टवेयर जो किसी कम्प्यूटर अथवा व्यक्ति अथवा सर्वर को नुकसान पहुंचाने के इरादे से बनाया जाता है) डाल देते हैं और जब कोई इन साइट्स पर जाता है तो ठग उस व्यक्ति की जानकारी इकट्ठा कर लेते हैं. इसके बाद ब्राउजर रिमोट कंट्रोल कम्प्यूटर की तरह काम करने लगता है और इसके जरिए ये ठग व्यक्ति की स्क्रीन तक पहुंच जाते हैं और उस व्यक्ति के मित्रों के नंबर, सोशल मीडिया और ईमेल पर उसके पहचान वालों की जानकारी ले लेते हैं.
Source : News Nation Bureau