मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में शुक्रवार को अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. यहां एक घर में एक नहीं बल्कि सात दूल्हे बारात लेकर पहुंचे. इतना ही नहीं सभी दूल्हे एक ही लड़की से शादी करने पहुंचे थे. और सबको खाली हाथ लौटना पड़ा. दरअसल ये पूरा मामला ठगी से जुड़ा है. भोपाल स्थित एक मैरिज ब्यूरो में लोगों को शादी के नाम पर ठगी का कारोबार चल रहा है. बता दें कि भोपाल के कोलार इलाके से संचालित शगुन जन कल्याण समिति गरीब लड़कियों की शादी करवाने के लिए विभिन्न जगहों पर पर्चे बांटती थी. लोग शादी के लिए जब आते तो उन्हें लड़की दिखाकर 20 हजार रुपये लिए जाते थे.
यहां के कोलार थाने में एक दो नहीं बल्कि पूरे सात दूल्हे अपनी शिकायत लेकर जमा हुए थे. सभी की शिकायत थी कि जब हम बारात लेकर पहुंचे तो न दुल्हन दिखी और न घरवाले. उस घर में ताला बंद था. अब इन दूल्हों की शिकायत पर कोलार पुलिस ने ठगी करने वाली संस्था के संचालकों पर धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है.
ये भी पढ़ें- रातों-रात किस्मत ने मारी पलटी, 163 रुपये में मिल गई करोड़ों की मोती
एक लड़की से 7 लड़कों का रिश्ता तय किया
जांच में पता चला कि शादी कराने वाली संस्था अच्छा रिश्ता दिलाने के नाम पर लड़कों को गरीब घरों की लड़कियां दिखाते थे. इन्हें दिखाने के बाद लड़के वालों से 20-20 हजार रुपये का रजिस्ट्रेशन करा लिया जाता था. इसके बाद लड़की वालों से कह देते थे कि लड़के वालों ने शादी से मना कर दिया है. इसके बाद जब शादी के तारीख पर लड़के वाले बारात लेकर पहुंचते तो वहां ताला लगा मिलता था. इस मामले में भी 7 लड़कों को 25 मार्च की तारीख दी गई थी. अलग-अलग जिलों से 7 लड़के दूल्हा बनकर शादी के लिए आए थे.
शादी के लिए सभी बारात लेकर आए थे. शगुन जन कल्याण समिति के ऑफिस में दूल्हे बारात लेकर पहुंचे थे. यहीं इन सबों का ससुराल था. शादी से पहले सभी को लड़की दिखाई गई थी. बारात लेकर पहुंचे दूल्हों ने देखा कि ससुराल में ताला बंद है. घंटों ने लोगों के फोन पर ट्राई करते रहे, लेकिन सभी के फोन बंद मिले. उसके बाद दूल्हे और उनके परिवार के लोग पुलिस थाने में शिकायत के लिए पहुंचने लगे.
ये भी पढ़ें- जबरदस्ती लगाई जा रही है कोरोना वायरस की वैक्सीन, जॉब छीनने की मिल रही धमकी!
ऐसे तय होता था नकली रिश्ता
भिंड निवासी 35 वर्षीय केशव बघेल के बहनोई जगदीश तीन महीने पहले भिंड गए थे. बस स्टैंड पर उन्हें शगुन जन कल्याण सेवा समिति का पर्चा मिला. इसमें चार लोगों के नाम और नंबर दिए गए थे और पर्चे में दावा किया गया था कि समिति गरीब बच्चियों की शादी कराती है. पर्चे पर दिए नंबर पर बात करने पर एक महिला ने कॉल उठाया और अपना नाम रोशनी तिवारी बताया. रिश्ते की बात हुई तो उन्हें 25 वर्षीय लड़की दिखाई गई और रिश्ता तय हो गया. रोशनी ने लड़की को अपनी बेटी बताया था और शादी कराने के नाम पर समिति ने 20 हजार रुपये लिए थे.
HIGHLIGHTS
- मैरिज ब्यूरो के नाम पर ठगी का कारोबार
- एक लड़की से 7 लड़कों का रिश्ता तय किया
- सभी लड़कों से 20 हजार रुपये लिए गए थे