Indian Railways: रेलवे में सफर के दौरान आपने कई बार खास अनाउंसमेंट सुनी होगी ‘यात्रीगण कृपया ध्यान दें…’. इस आवाज को बीते 40 वर्षों से सुना जा रहा है. यह अनाउंसमेंट अब भारतीय रेलवे की पहचान बन चुकी है. इस आवाज से किसी का भी ध्यान खींचा जा सकता है. क्या आपने कभी सोचा है कि यह आवाज किसकी है? कुछ लोगों का मानना है कि यह आवाज कंप्यूटराइज्ड होगी और हर स्टेशन पर यह अलग-अलग होगी. मगर ऐसा नहीं है. रेलवे स्टेशनों पर सुनाई देने वाली यह आवाज सरला चौधरी की है.
रेलवे के साथ वे 1982 से जुड़ीं हैं. उस दौरान सरला चौधरी के साथ कई उम्मीदवारों ने अप्लाई किया था. मगर सिलेक्शन केवल सरला चौधरी का हुआ था. शुरुआत में वह अस्थाई तौर पर थीं. मगर उनकी आवाज की ज्यादा डिमांड होने के बाद 1986 में उन्हें स्थाई कर दिया गया.
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इस आवाज का आज भी उपयोग होता है
गौरतलब है कि 2015 में अनाउंसमेंट को पूरी तरह से कंप्यूटर आधारित कर दिया गया. इसके बावजूद रेलवे ने इस आवाज का उपयोग करना जारी रखा. देशभर के रेलवे स्टेशनों पर पहले से रिकॉर्ड उनकी आवाज आज भी गूंजती है. बीच-बीच में नई ट्रेनों के आने से आवाज को जोड़ा जाता है. सरला आज रेलवे के उद्धोषक के पद पर नहीं हैं. मगर उनकी आवाज आज भी काम कर रही है. सरला चौधरी को शुरुआती समय में रेलवे स्टेशनों पर अनाउंसमेंट करने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती थी. इन घोषणाओं को कई भाषाओं में रिकॉर्ड किया जाता था. इसके बाद रेलवे ने घोषणा का जिम्मा ट्रेन प्रबंधन प्रणाली को सौंप दिया.
Source : News Nation Bureau