धरती पर रह रही मानव जाति खुद अपने भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है. हमारी छोटी-मोटी गलतियां हमारे ही लिए कितनी घातक साबित होंगी, इसका नतीजा अब धीरे-धीरे सभी के सामने आने लगा है. मनुष्यों द्वारा अपने निजी स्वार्थ के लिए प्रकृति के साथ किए जा रहे अत्याचार आने वाले लंबे समय तक बदला लेंगे. इसी कड़ी में अंटार्कटिका में एक बड़ा हिमखंड टूट गया है. इस हिमखंड का साइज दिल्ली शहर से भी बड़ा बताया जा रहा है.
ये भी पढ़ें- PICS: ये है दुनिया का सबसे महंगा और बड़ा एयरपोर्ट, खर्च हुए पैसों की गिनती करने में लग जाएंगे सालों
टूटने के बाद ये हिमखंड बहुत ही जल्द धरती पर मौजूद पूरी मानव जाति के लिए भयानक साबित हो सकता है. दुनिया में मौजूद तीसरे सबसे बड़े बर्फ के शेल्फ में से एक अमेरी आइस शेल्फ से टूटकर अलग हुए इस हिमखंड ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. करीब 1,636 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला ये हिमखंड करीब 315 बिलियन टन वजनी है. ये हिमखंड अंटार्कटिका के उस इलाके में है जिसे वहां का सबसे शांत ब्लॉक माना जाता है. अमेरी आइस शेल्फ से टूटकर अलग हुआ यह हिमखंड European Union Earth Observation Programme के उपग्रह में कैद हुआ है.
ये भी पढ़ें- AUSW vs SLW: चौके-छक्कों की बरसात में भीग गया सिडनी, एलिसा हिली के आगे श्रीलंका ने टेके घुटने
इस हिमखंड को D28 के नाम से भी जाना जाता है. टूटने वाले हिमखंड का आकार देखते हुए इसकी निगरानी बेहद जरूरी हो गई है. इस बात की पूरी आशंका है कि ये आने वाले समय में शिपिंग के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है. हालांकि, स्क्रिप्स इंस्टीट्यूशन ऑफ ओशनोग्राफी में एक प्रोफेसर और ग्लेशियोलॉजिस्ट हेलेन अमांडा फ्रिकर ने कहा कि कैल्विंग इवेंट एक स्वस्थ आइस शेल्फ चक्र का हिस्सा है और ऐसा जलवायु परिवर्तन की वजह से नहीं हुआ है.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो