बिहार में जबसे शराब पर बैन लगा है तबसे कुछ न कुछ नया किस्सा सुनने में आ ही जाता है. ऐसा ही कुछ अलग किस्सा सामने आया है. आपको बता दें आजकल बिहार में सरसों के खेत से भी शराब निकलने (liquor in mustard field) लगे हैं. शायद यह पढ़कर आपको हैरानी हो रही होगी लेकिन खबर तो यही आ रही है. शराब छुपाने का बहाना नहीं मिल रहा है तो अब लोग शराब छुपाने के नए- नए तरीके निकाल रहे हैं. पुलिस के कड़े नियमों और कानूनों को फॉलो करने के बाद भी शराब तस्कर किसी न किसी बहाने से राज्य में शराब ले ही आ रहे हैं. यह मामला बेगूसराय जिले का है. जहां एंटी लिकर टास्क फोर्स की टीम ने सरसों की खेत से करीब 100 कार्टून विदेशी शराब को अपने कब्जे (Bihar police recovered liquor from mustard field) में लिया है.
इस बात की जानकारी एंटी लिकर टास्क फोर्स को एक फोन कॉल के जरिए मिली थी. जिसके बाद टीम ने सरसों के खेत में छापेमारी कर 100 कार्टून शराब बरामद की है. दरअसल शराब न्यू ईयर की पार्टी के लिए मंगाई गई थी. बरामद की गयी शराब की कीमत सुचना अनुसार 10 लाख रुपय बताई जा रही है. इसके पहले भी कई मामले ऐसे सामने आए हैं जिसमें शराब के तस्कर अपनी आदत से बाझ नहीं आए हैं.
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ऐसे ही कुछ समय पहले एक मामला बिहार के गोपालगंज जिले का सामने आया था. गेहूं की खेत से जमीन के अन्दर से कच्ची शराब की खेप डीएम और एसपी की मौजूदगी में बाहर निकाली गई थी. बिहार में शराबबंदी है, लेकिन इसकी तस्करी के किस्से किसी से छिपे नहीं हैं. शराबबंदी के बावजूद गोपालगंज में प्रतिदिन शराब की बड़ी खेप जब्त की जाती है. इतना ही नहीं इसके पहले एक मामला और सामने आया था जिसमें इंडो-नेपाल सीमा पर अवस्थित शिवनाहा गांव के एक खेत से शराब बरामद किया गया था. वाल्मीकिनगर पुलिस ने तकरीबन 600 लीटर अर्धनिर्मित शराब जब्त किया गया था.