Assam school (Photo Credit: News Nation)
नई दिल्ली:
Assam No Fee School: प्लास्टिक पूरी दुनिया के लिए चुनौती बनकर खड़ा है. हर दिन करोड़ टन प्लास्टिक का बाहर आता है. ये अब इतना फैल गया है कि समुद्र की गहारई से लेकर हिमालय की ऊंचाई तक पहुंच गया है. आज प्लास्टिक इतना बढ़ गया है कि समुद्र जीव के साथ पर्यावरण को भी काफी नुकसान हो रहा है. दुनिया भर की एजेंसी और सरकार लगी है. वहीं इसका कुछ ही पार्ट रिसाइकल हो पाता है. हलांकि इसकों लेकर एक स्कूल ने काफी अच्छी पहल शुरू की है. ये जानकर लोग काफी खुश है और इस तरह के स्कूल खोलने की बात कर रहे हैं.
नागालैंड मंत्री ने शेयर की वीडियो
आप जब स्कूल में पढ़ाई करते तो बदले में पैसे देते होंगे. लेकिन भारत में एक ऐसा स्कूल है जहां फीस के रूप में पैसे नहीं प्लास्टिक की बोतल ली जाती हैं. ये सुनकर आपका दिमाग चक्कर खा गया होगा. लेकिन ये सच हैं. इस की जानकारी नागालैंड के शिक्षा और पर्यटन मंत्री तेमजेन इमना अलॉग ने वीडियो शेयर कर दी है. उन्होंने शेयर करते हुए लिखा कि अगर ये आपको सरप्राइज नहीं कर रहा थो फिर क्या है. वीडियो में देखा जा सकता है कि बच्चो को स्कूल फीस के बदले हर हफ्ते 25 प्लास्टिक की बोतल लानी होती है.
If this doesn't surprise you, what does?#Incredible_NorthEast
— Temjen Imna Along (@AlongImna) October 12, 2023
Credit: northeastview_ pic.twitter.com/6RO1SqhaNa
प्लास्टिक बोतल को किया रिसाइकल
इस स्कूल की नींव परमिता शर्मा और माजिन मुख्तार ने साल 2016 में रखी थी. उस समय उन्होंने देखा कि वहां शिक्षा और कचरा बहुत बड़ी चुनौती है. इसके बाद इस समस्या को खत्म करने के लिए उन्हें ये स्कूल खोलने का आईडिया आया. दोनों ने एक ऐसा स्कूल खोला जहां बच्चे प्लास्टिक की बोतल देकर फ्री में पढ़ाई कर सके. इस जमा किए गए कचरे को रिसाइकल कर सड़कें, इटें और इतना ही नहीं शौचालय तक बना दी.
स्किल की ट्रेनिंग
यहां सीनियर छात्र जूनियर को पढ़ाते हैं और इसके लिए पैसे दी जाती है. सीनियर जूनियर को सिलाई, रिसाइकलिंग, भाषा, बागवानी जैसे स्किल सिखाए जाते हैं. सबसे बड़ी बात है कि इस स्कूल में ड्रॉप रेट जीरो प्रतिशत है. लोग इस स्कूल के इस कदम की तारीफ कर रहे हैं.