कोर्ट में पति-पत्नी के बीच तलाक का केस चल रहा था. इसी दौरान पति को खुशियों का खजाना मिल गया. हुआ यूं कि केस की सुनवाई के दौरान ही पति को 556 करोड़ की लॉटरी लग गई. लेकिन उसकी ये खुशी ज्यादा देर तक नहीं रह पाई. कोर्ट ने लॉटरी की रकम में से आधी पत्नी को देने का आदेश दे दिया.
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खबर अमेरिका के मिशिगन से है. यहां रहने वाले रिचर्ड डिक जेलास्को की 565 करोड़ रुपए (80 मिलियन डॉलर) की लॉटरी लगी. लेकिन अब कोर्ट ने उनकी खुशियों पर पानी फेरते हुए आदेश दिया है कि इनाम का आधा हिस्सा उन्हें पत्नी को देना होगा. लॉटरी लगते वक्त दंपती के तलाक का केस चल रहा था.
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रिचर्ड के वकील ने इस फैसले के खिलाफ रिव्यू पिटीशन दायर की है. इसमें तर्क है कि लॉटरी लगना रिचर्ड की किस्मत है. इसमें पत्नी को हिस्सा देने पूरी तरह गलत है. वकील का कहना है कि अगर कोर्ट फैसला नहीं बदलती है तो वह सुप्रीम कोर्ट में अपील करेंगे.
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2004 में रिचर्ड की शादी मैरी बेथ जेलास्को से हुई थी. दंपती के तीन बच्चे हैं. 2013 में जब रिचर्ड की लॉटरी लगी तब दोनों के बीच तलाक का केस चल रहा था. उस दौरान कोर्ट के आदेश पर दोनों दो साल के लिए अलग रह रहे थे. दोनों ने आर्बिट्रेटर जॉन मिल्स के फैसले से मानने की बात कही थी.
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आर्बिट्रेटर के फैसले के खिलाफ रिचर्ड ने कोर्ट ऑफ अपील्स में गुहार लगाई. उसका तर्क था कि अलगाव के इतने लंबे समय बाद पत्नी को इतनी बड़ी रकम देने का वह विरोध करता है, लेकिन कोर्ट ने कहा कि जॉन मिल्स ने जो फैसला दिया है वह बिलकुल ठीक है.