Baby Pulled Alive From Collapsed Building: कहते हैं ना जाको राखे साइंया मार सके ना कोए, ये कहावत यूं नहीं कही गई है. कई बार किसी शख्स को बड़ी से बड़ी दुर्घटना भी तिनके भर की चोट नहीं दे पाती और वे चमत्कारिक ढंग से बच जाते हैं. ऐसी ही एक घटना जॉर्डन के अम्मान में घटी है. जिसे हर कोई कुदरत के करिश्मे से कम नहीं मान रहा. यहां मंगलवार को एक चार मंजिला रेजिडेंशियल बिल्डिंग ढह गयी जिसमें करीब 10 लोगों के मरने की पुष्टि हुई वहीं एक 4 महीने की मासूम भी इस दुर्घटना की शिकार बनी. लेकिन हैरानी वाली बात तो ये कि करीब 30 घंटों से ज्यादा चले रेस्क्यू ऑपरेशन में इस बच्ची को मलबे के ढेर से जिंदा पाया गया है.
रेस्क्यू टीम को मलबे में मिली नन्हीं मलाक
मंगलवार को घटी घटना में जहां एक ओर कहीं लोगों के मरने की खबर आई वहीं नन्हीं मलक बुधवार को चमत्कारिक ढंग से जिंदा पाई गई. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो चार महीने की नन्हीं मासूम को मामूली चोटों ही आई हैं. मलक को डॉक्टर्स की ऑब्जर्वेशन में रखा गया है. मलक की मां को भी यह किसी करिश्मे से कम नहीं लग रहा. मलक की मां का कहना था कि उसका दिल कहीं ना कहीं ये जानता था कि उसकी नन्ही परी जिंदा है और अपने माता- पिता का इंतजार कर रही है.
ये भी पढ़ेंः रेस्टोरेंट में टिप के नाम पर शख्स ने दे डाले 2 लाख रुपये, सिर पड़ी मुसीबत! अब मांग रहा वापिस
छोटी बच्ची के पास हादसे के वक्त मां नहीं थी मौजूद
बच्ची की मां ने बताया कि वह मेकअप का सामान बेचने का काम करती है, इसलिए वह अपनी बच्ची को किसी दोस्त के पास कुछ देर छोड़ कर गई थी. लेकिन अचानक ही उसे कॉल कर पता चलता है कि बच्ची गिर गई है. बच्ची की मां को लगा कि बच्ची बेड से गिर गई है, वह दौड़ी- दौड़ी हादसे वाली जगह पहुंची तो बिल्डिंग के मलबे का ढ़ेर सामने देख भौंचक्की रह गई. वह बच्ची के लिए रोती चिल्लाती रही, आखिरकार रेस्क्यू टीम ने बताया कि उन्हें मलबे से बच्ची के रोने की आवाज आई है करीब 30 घंटों बाद उसे जिंदा पा लिया गया.